चुप यानी मौन रहने का महत्व नहीं जानते होंगे आप
हर तरफ शोर-शराबे और भाग-दौड़ के बीच खामोशी की अपनी अलग ही खासियत है. आपने कई कविताओं में भी पढ़ा होगा कि मौन रहकर एक दूसरे की बात को समझना सबसे सुंदर संवाद है.
आज के इस युग में लोगों ने खुद को टेक्नोलॉजी से घेर लिया है. लेकिन मौन को मन में बैठाने की दिशा में पहला कदम यह है कि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को अन्य सभी पहलुओं से बढ़कर समझें और फिर उन तकनीकों को शामिल करने का सचेत प्रयास करें जो आपको मौन रहने की आत्मीय उदारता और शक्ति का अनुभव करने की अनुमति दे.
गाड़ियों के बेतहाशे हॉर्न से लेकर आस-पास बजने वाले म्यूजिक, ऑन-डिमांड शो और लोगों की चटर-पटर से लेकर आपकी बिल्डिंग के ऊपर से उड़ते हुए हवाई जहाज की आवाज तक हर तरफ एक घना शोर है, कभी-कभी खुद की भी आवाज नहीं सुन पाते. आपके अंतर्रमन की आवाज, जिसे सुनने से आपके जीवन की आधी परेशानी का समाधान मिल सकता है. वैज्ञानिक प्रमाणों के अनुसार, यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी बात नहीं है.