टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क कमकर सकती हैं ये हैबिट, नहीं जानते होंगे आप

 डायबिटीज एक ऐसी क्रोनिक कंडीशन है, जिसका जड़ से कोई इलाज नहीं है.हाल ही में डायबिटीज को लेकर जो रिसर्च सामने आई है, वो अपने आप में चौंकाने वाली है. इस नई रिसर्च में सामने आया है कि जो लोग दिन में तीन बार ब्रश करते हैं, उनमें टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क कम रहता है. वहीं, जिन लोगों को दांतों की समस्या है, उन्हें मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होना का खतरा है.

मसूड़ों की बीमारी को पीरियंडोंटाइटिस भी कहा जाता है. ये बीमारी मसूड़ों और हड्डियों के बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है. अगर इस बीमारी का समय रहते इलाज न करवाया जाए, तो इससे दांतों की समस्याएं और ज्यादा बढ़ सकती हैं.

ओरल समस्याओं से डायबिटीज हो सकती है? हालांकि कुछ रिसर्च में इसके बारे में जानकारी दी गई है कि मसूड़ों से जुड़ी बीमारी वाले लोगों को डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है. लेकिन इसके साथ ही, रिसर्च में ये भी सामने आया है कि डायबिटीज वाले लोगों को डेंटल समस्याएं होने का खतरा ज्यादा रहता है.

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