पूजा के वक्त क्यों किया जाता है कपूर का उपयोग , जाने क्या है इसका महत्व

हिंदू धर्म में पूजा के वक्त ज्यादातर कपूर का उपयोग किया ही जाता है। कपूर जलाने से न केवल धार्मिक फायदे होते हैं बल्कि इसका वैज्ञानिक व आयुर्वेदिक महत्व भी है। प्रतिदिन कपूर जलाने से हवा में मौजूद आस-पास के बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं।

जिससे हम उनके संपर्क में नहीं आते । स्वास्थय संबंधी कई समस्याओं से निजात के लिए भी कई बार कपूर का प्रयोग किया जाता है। और कोरोना काम में तक कपूर के नए नए उपयोग भी पता लगें हैं । कपूर के प्रयोग से नकारात्मक ऊर्जा दूर की जा सकती है व साथ ही सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जा सकता है।

इससे आपके जीवन से नकारात्मकता दूर होती है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली का वास है। यदि आपके घर में पैसों को लेकर किसी भी तरह की तंगी है या फिर किसी भी तरह के क्लेश की स्थिति बनी रहती है।

तो कपूर लेकर कुछ बेहद ही आसान उपाय करके आप इन सभी समस्याओं से मुक्त हो सकते हैं और अपने जीवन को सुखमय भी बनाने की का प्रयास कर सकते हैं।अगर आप घर में रोज़ाना रामायण या गीता का पाठ करते हैं तो पाठ पूरा करने के बाद भी एक दिए में कपूर लेकर उसे प्रज्वलित करें. तो चलिए जानते हैं कि क्या – क्या उपाय हैं कपूर के।

हर रोज जब रात को सभी लोग खाना खा लें तो पूरी रसोई की साफ-सफाई करने के बाद एक चांदी की छोटी सी कटोरी में कपूर के साथ लौंग का एक जोड़ा डालकर जलाना चाहिए,चांदी की कटोरी न भी हो तो स्टील या पीतल की कटोरी का उपयोग करलें ।

इससे आपके घर में बरकत बनी रहती है व धन संबंधित समस्याओं का अंत भी होता है। मान्यता है कि यह कार्य यदि रोज किया जाए तो कभी भी धन की कमी नहीं होती व धन लाभ होता रहता है। व इस उपाय से कर्ज से भी जल्द मुक्ति मिलती है ।

यदि आपके दांपत्य जीवन में समस्याएं बनी रहती हैं या फिर जीवन साथी से मनमुटाव की स्थिति रहती है तो शयनकक्ष की सफाई करके कपूर जलाना चाहिए इससे वहां मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और संबंध में मधुरता आती है।

इसके अलावा स्त्री रात को अपने पति की तकिए के नीचे कपूर रख दें और सुबह उठकर उस कपूर को चुपचाप बिना किसी रोक टोक के जला दें । मान्यता है कि इससे पति-पत्नी के बीच होने वाली सारी समस्याएं दूर होती है और दांपत्य जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

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