यूपी-पंजाब में मतदान आज, उम्मीदवारों की अटकीं सांसें, पढ़े पूरी खबर

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। 20 फरवरी को जहां उत्तर प्रदेश में 16 जिलों की 59 सीटों पर रविवार 20 फरवरी को मतदान होना है, तो वही पंजाब में भी चुनाव होना है। यूपी की बात करें, तो मतदान सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक चलेगा।

शाम छह बजे मतदान केन्द्र के परिसर में जितने भी लोग कतार में लगे होंगे उन्हें वोट देने का अधिकार होगा। मतदान के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। 2017 के विधान सभा चुनाव में इन 16 जिलों में कुल 62.21 प्रतिशत मतदान हुआ था।

यह जानकारी शनिवार की शाम को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर एवं जगह-जगह पर वॉल्यून्टियर की व्यवस्था की गई है, जो कि पीडब्ल्यू मतदाताओं की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे।

मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर गाइड का भी वितरण किया गया है। वोटर गाइड में कोविड-19 से सम्बन्धित डूज एण्ड डोण्ट्स का भी उल्लेख किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये हैं। सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित की गई है।

जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से वोटर इन्फॉर्मेशन स्लिप सभी निर्वाचकों को वितरित कराई गई हैं, जिसके माध्यम से उन्हें अपने वर्तमान मतदेय स्थल एवं क्रम संख्या की जानकारी हो सकेगी। इसके अतिरिक्त मतदाता वोटर हेल्पलाइन एप, चुनाव निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के माध्यम से भी अपने पोलिंग बूथ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

16 जिलों में पड़ेंगे वोट

हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झॉंसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा

59 विधान सभा सीटें

हाथरस सु., सादाबाद, सिकन्दराराऊ, टूण्डला सु., जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, सिरसागंज, कासगंज, अमापुर, पटियाल, अलीगंज, एटा, मारहरा, जलेसर सु., मैनपुरी, भोगांव, किशनी सु., करहल, कायमगंज सु., अमृतपुर, फरूखाबाद, भोजपुर, छिबरामऊ, तिर्वा, कन्नौज सु., जसवंतनगर, इटावा, भरथना सु., बिधुना, दिबियापुर, औरय्या सु., रसूलाबाद अकबरपुर रनिया, सिकन्दरा, भोगनीपुर, बिल्हौर सु., बिठूर, कल्याणपुर, गोविन्दनगर, सीसामऊ, आर्यनगर, किदवईनगर, कानपुर कैण्ट, महराजपुर, घाटमपुर सु., माधौगढ़, कालपी, उरई सु., बबीना, झांसी नगर, मऊरानीपुर सु., गरौठा, ललितपुर, महरौनी सु., हमीरपुर, राठ सु., महोबा और चरखारी।

पंजाब विधानसभा चुनाव के लिये आज सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच होने जा रहे मतदान को लेकर उम्मीदवारों की सांसें अटकी हुई हैं। राज्य में लंबे समय के बाद इस तरह का चुनावी माहौल पहली बार देखने को मिल रहा है, जहां उनका मुकाबला एक-दो नहीं चार दलों से है तथा किसानों की पार्टी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के चुनाव मैदान में आने से किसान वोट के कटने या बंटने की चिंता सता रही है।

इससे पहले किसान तथा दलित वोट कांग्रेस तथा अकाली दल के बीच बंटे होते थे लेकिन अब भाजपा-अमरिंदर ढींढसा गठबंधन, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल-बहुजन समाज पार्टी गठबंधन के बीच बंटने के आसार हैं। कांग्रेस सरकार ने कुछ लोक लुभावन वादे पूरे करके आम आदमी, दलित तथा किसानों के साथ वादे पूरे करके इस तबके को खुश करने का प्रयास किया है।

वोटों की बेचैनी के चलते उम्मीदवार धार्मिक स्थलों पर जाने के साथ उन इलाकों में जा रहे हैं, जहां कमजोर वर्ग के लोग रहते हैं तथा लोगों की जरूरतों का सामान भी किसी न किसी तरह पहुंचाया जा रहा है ताकि उन्हें लुभाया जा सके। चुनाव आयोग हालांकि स्वतंत्र, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये उम्मीदवारों से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखे हुये है ताकि शराब, नकदी और नशे पर काबू रखा जा सके। सीमावर्ती गुरदासपुर जिले से सबसे अधिक नशा, शराब और नकदी बरामद की गई है।

राज्य की 117 सीटों पर कुल एक हजार 304 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी (धूरी तथा चमकौर साहिब सीट),पूर्व मुख्यमंत्री एवं सबसे अधिक उम्र के दग्गिज प्रकाश सिंह बादल (लंबी ), शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (जलालाबाद), पंजाब आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष भगवंत मान (धूरी ),पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सद्धिू (अमृतसर पूर्व) शिअद के बक्रिम मजीठिया (अमृतसर पूर्व),पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ,(पटियाला शहरी) छह बार के विधायक एवं उप-मुख्यमंत्री ओ पी सोनी (अमृतसर सेंट्रल) उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा (डेरा बाबा नानक) मुख्य प्रत्याशी हैं।

इसके अलावा किसान नेता बलबीर राजेवाल जो किसानों के संयुक्त समाज मोर्चा के नेता हैं और समराला सीट से चुनाव मैदान में हैं। हर उम्मीदवार अंतिम क्षणों तक लोगों से मिलने और वोटरों को लुभाने में कसर नहीं छोड़ना चाहता।

इस बार पंजाब विधानसभा चुनाव में परिदृश्य पूरी तरह बदला हुआ है। चुनाव के अंतिम दिनों में कांग्रेस की उठापटक, कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस छोड़ना और भाजपा से गठबंधन करना,कांग्र्रेस के जिन विधायकों को टिकट नहीं मिला उनका बागी होना, कांग्र्रेस की कलह से उसके प्रति लोगों के वश्विास में कमी आना,आम आदमी पार्टी का जोरों से प्रचार, पूरे पंजाब में जनाधार बढ़ाना और मतदान के दो दिन पहले कवि कुमार वश्विास के एक बयान से बखेड़ा खड़ा होना और दल्लिी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खालस्तिानी लिंक जैसी बातें फैलना और उनके मामले में केन्द्र सरकार की ओर से जांच का भरोसा देना, हिंदू तथा सिख और दलित कार्ड चलने से मतदाता के ध्रुवीकरण को कोशिशें हुई हैं ताकि वोटों का खेल हो सके। कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान बाहरी नहीं बल्कि अपने दल के ही लोग पहुंचा रहे हैं। श्री सद्धिू तथा श्री चन्नी के बीच मतभेद तथा मतभेद अंतिम समय तक दूर नहीं हो सके ,इससे भी कांग्रेस को नुकसान होना तय माना जा रहा है।

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