कोलकाता इस्कॉन के उपाध्यक्ष ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, तिरुपति विवाद पर जताई चिंता

कोलकाता: अमेरिका में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। न्यूयॉर्क के बाद इस बार कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई। इसके साथ ही मंदिर के बाहर लगे बोर्ड पर हिंदू विरोधी टिप्पणी भी लिखी गई। इस घटना पर कोलकाता इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्सियसनेस (इस्कॉन) के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई।

राधारमण दास ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
दुनियाभर में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमलों को देखते हुए राधारमण ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, केवल अमेरिका में ही नहीं, दुनियाभर में हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। अमेरिका जैसे देश, जहां हर किसी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार मिलता है, हम देख सकते हैं कि यहां भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं।

उन्होंने आगे कहा, हम सभी बांग्लादेश की स्थिति देख सकते हैं। वहां कैसे दुर्गा पूजा पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठ रही है। जो भी हिंदू धर्म को मानते हैं, वे सभी चिंतित हैं। हम उम्मीद करते हैं कि कैलिफोर्निया के स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।

तिरुपति प्रसाद मामले की निंदा की
राधारमण दास ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद विवदा पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, यह उन सभी मंदिरों के लिए चिंता का विषय है, जो सरकार के नियंत्रण में है। हमें मालूम है कि तिरुपति सबसे अमीर मंदिरों में से एक है, लेकिन हमें यह भी मालूम है कि तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) इस मंदिर का प्रबंधन है, जिसमें दूसरे धर्मों के भी लोग हैं। यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि दूसरे धर्म के लोग हिंदू मंदिरों को चला रहे हैं। जो भी घटना घटी है यह उसी का परिणाम है।

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