हिन्दुओं का जबरन धर्मांतरण करवाने वाले 30 व्यक्तियों पर ब्रिटेन ने लगाया बैन

ब्रिटेन ने अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार रोधी व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर कुल 30 व्यक्तियों और संस्थानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन सभी लोगों पर विश्व के विभिन्न हिस्सों में मानवाधिकार के उल्लंघन का आरोप है।

इसमें पाकिस्तान में हिन्दुओं का जबरन धर्मांतरण करवा उन्हें मुस्लिम बनाने वाला मौलाना अब्दुल हक भी शामिल है। ब्रिटिश सरकार ने अपने द्वारा उठाए गए इस कदम के पीछे स्वतंत्र और मुक्त समाज की सोच को कारण बताया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के कैबिनेट में विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने यह सूची जारी की है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन पूरे विश्व में मानवाधिकार के मूल्यों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने आगे कहा कि ब्रिटेन डर और स्वतंत्रता के मूल्यों को बचाने के लिए अपने पास मौजूद हर विकल्प का उपयोग करेगा। ब्रिटेन की सरकार ने मौलाना अब्दुल हक को मियाँ अब्दुल हक नाम से संबोधित किया है।

उसके अलावा उगांडा, निकारगुआ, रूस, क्रीमिया आदि देशों के अन्य लोगों पर भी प्रतिबन्ध लगाया हैं। सबसे अधिक प्रतिबंधित तादाद रूस के लोगों की है।

उसका प्रभाव क्षेत्र सिंध प्रान्त में ज्यादा है। वह कई सालों से पाकिस्तान में हिन्दुओं का जबरन धर्मांतरण करवाने के चलते विवादों में रहा है। पाकिस्तान पुलिस ने मौलाना पर कभी ठोस कार्रवाई नहीं की है।

 

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