मुहं की बंदबू को दूर करने के लिए आजमाए ये उपाय
पूजा के बाद प्रसाद के रूप में मिश्री का अपना खास महत्व है। वहीं, कुछ लोग मीठे पकवान या फिर दूध में चीनी की जगह मिश्री का ही इस्तेमाल करते हैं। मिश्री को रॉक शुगर भी कहा जाता है। शक्कर के जमे हुए कण को ही मिश्री कहते हैं।
यानी यह मिठास का ही दूसरा नाम है। स्वाद में मीठी होने की वजह से मिश्री को विशेषण के तौर पर भी प्रयोग किया जाता है। मसलन किसी मीठी आावाज को कानों में मिश्री घोलने वाला कहा जाता है। खास बात ये है कि मिश्री खाने के तमाम फायदे भी हैं।
माउथ फ्रैशनर : सौंफ के साथ मिश्री का इस्तेमाल करने से मुहं की बंदबू दूर होती है। इसका मीठा स्वाद और फ्लेवर न केवल आपको तरोताजा महसूस करवाता है बल्कि मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को भी खत्म करता है।
ताजा पेय मिश्री : कई लोग मिश्री का इस्तेमाल ताजा पेय के रूप में करते है। एक गिलास पानी में मिश्री पाऊडर मिलाकर पीने से दिमाग और शरीर ठीक रहता है और तनाव से निजात मिलता है।
खांसी से छुटकारा : बदलते मौसम के कारण बच्चे सर्दी और खांसी की चपेट में जल्दी आ जाते है। ऐसे में बच्चे को मिश्री खिलाने से तुरंत आराम मिलता है।