शरीर में कहीं इन जरूरी पोषक तत्वों की कमी तो नहीं? ऐसे कर सकते हैं आसानी से पहचान
शरीर के बेहतर पोषण, अच्छी सेहत और बीमारियों से बचाव के लिए स्वस्थ और पौष्टिक आहार के सेवन की सलाह दी जाती है। आहार विशेषज्ञ कहते हैं, भोजन में रंग-बिरंगी सब्जियों-फलों के साथ साबुत अनाज, डेयरी उत्पादों को जरूर शामिल किया जाना चाहिए।
इस तरह के आहार से शरीर को आवश्यक अधिकतर विटामिन्स-मिनरल्स प्राप्त हो जाते हैं। वहीं जिन लोगों का आहार गुणवत्तापूर्ण नहीं होता है उनमें कई तरह की बीमारियों के होने का जोखिम रहता है। हमारी बॉडी समय-समय पर हमें सिग्नल देती है कि आपमें कौन-कौन से विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है। अगर हम इसके प्रति जागरूक रहें तो इसे आसानी से पहचान सकते हैंI लक्षणों पर समय रहते ध्यान देने, आहार में सुधार करने और समय पर डॉक्टरी सलाह की मदद से आप गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव भी कर सकते हैं।
स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है उचित पोषण
जब भी बात उचित पोषण की होती है तो विटामिन-सी और डी की सबसे ज्यादा चर्चा की जाती है। पर शरीर के संपूर्ण विकास और बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए बस यही काफी नहीं है। आपको अपने आहार में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, क्लोराइड, मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स की भी नियमित सेवन की जरूरत होती है। हड्डियों को मजबूत रखने के साथ नसों को स्वस्थ रखने, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने, आंखों की रोशनी बढ़ाने में इन पोषक तत्वों की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
जिंक की कमी को कैसे पहचानें?
जिंक की हमारे शरीर में कई प्रकार से महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस पोषक तत्व की कमी से त्वचा में परिवर्तन हो सकते हैं जो पहले एक्जिमा जैसे दिखते हैं। मॉइस्चराइजर, स्टेरॉयड क्रीम या लोशन से अगर इसमें सुधार नहीं होता है तो ये संकेत माना जाता है कि आपको जिंक की कमी हो सकती है। इसके अलावा जिंक की कमी वालों में बालों के झड़ने, बार-बार संक्रमण होने, घाव ठीक होने में लंबा समय लगने और दस्त जैसे लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है।
मैग्नीशियम से मांसपेशियों की होती है दिक्कत
मैग्नीशियम शरीर में कई प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों, रक्त शर्करा के स्तर और रक्तचाप को ठीक रखना शामिल है। मैग्नीशियम की कमी के शुरुआती लक्षणों में भूख में कमी, मतली, उल्टी, थकान और कमजोरी की दिक्कतें होती हैं। जैसे-जैसे मैग्नीशियम की कमी बढ़ती जाती है आपको सुन्नता, झुनझुनी, मांसपेशियों में संकुचन और ऐंठन, व्यक्तित्व में बदलाव, असामान्य हृदय गति की समस्या भी हो सकती है।
सोडियम की कमी
आपने अक्सर सुना होगा कि शरीर को स्वस्थ रखने विशेषतौर पर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के लिए सोडियम वाली चीजों का सेवन कम करना चाहिए। पर क्या आप जानते हैं कि सोडियम एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने और मांसपेशियों-तंत्रिकाओं को सुचारू कार्यों के लिए जरूरी होता है। जिन लोगों में सोडियम की कमी हो जाती है उन्हें हाइपोनेट्रिमिया की दिक्कत हो सकती है जिसके कारण मतली और उल्टी, सिरदर्द, मांसपेशियों में कमजोरी, लो ब्लड प्रेशर, खड़े होने पर चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।