करेला का मिस्तेमाल करने से दूर होती है ये गंभीर बीमारियाँ
करेला अपनी कड़वाहट के लिए तो जाना ही जाता है , लेकिन इसके गुण इसकी कड़वाहट में ही छिपे होते है। गुणकारी होने के कारण ही करेला सब्जियों में एक विशेष स्थान रखता है।
आयुर्वेद के अनुसार भोजन में सभी प्रकार के रस शामिल होने चाहिए जैसे मीठा , कसैला , खारा , खट्टा तथा कड़वा आदि। करेले को भोजन में शामिल करने से कड़वा रस प्राप्त हो सकता है।
पथरी में सहायक
पथरी की समस्या होने पर लोगों को ऑपरेशन से होकर गुजरना पड़ता है, जिसमें बहुत तकलीफ होती है. लेकिन करेले के रस का सेवन मात्र करने से इस समस्या से निदान पाया जा सकता है. इससे पथरी निकालने में मदद मिलेगी.
पेट से जुड़ी समस्या
करेला कड़वा जरूर होता है लेकिन आपके पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का समाधान दिला सकता है. आपको शायद ही पता होगा कि करेले की सब्जी के साथ ही इसका जूस भी फायदेमंद है.
कान में दर्द
करेले के रस के कई फायदे हैं, उन्हीं में से एक कान में दर्द की समस्या को दूर करना भी है. ताजा करेले का रस पिएं, साथ ही करेले का रस निकालकर 3-5 बूंदों को कान में भी डालें. ऐसा करने से जल्द ही आपको दर्द से राहत मिलेगी.