हरिद्वार जिले के किसानों को सरकार से सब्सिडी मिलने में हो रही देरी , ऐसे कैसे होगा किसानों का विकास
खेती किसानी को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर भारी भरकम सब्सिडी (अनुदान) देती है। पर हरिद्वार जिले के किसानों को सरकार से सब्सिडी मिलने में देरी हो रही है।
किसानों ने विधायक चैंपियन को इसकी जानकारी दी है। विधायक ने सब्सिडी जारी करने की मांग कृषि मंत्री से की है। सरकार उन्नत कृषि यंत्र खरीदने पर किसानों को छूट देती है। इसके लिए किसानों को पहले कृषि विभाग में आवेदन करना होता था। पर अब इसकी पूरी व्यवस्था ऑनलाइन है। पिछले दिनों खानपुर के किसानों ने विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन से मिलकर बताया था कि उन्होंने पिछले वर्ष में कृषि यंत्र खरीदकर सब्सिडी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।
पर उनके खातों में सब्सिडी का पैसा अभी तक नहीं आया है। उन्होंने किसानों की समस्या को देखते हुए कार्रवाई की मांग की थी। मामला संज्ञान में आने पर विधायक चैंपियन ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने किसानों की सब्सिडी की रकम तत्काल डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के तहत उनके खातों में भेजने की मांग की। विधायक ने बताया कि मंत्री ने सचिव को कार्यवाही के आदेश दे दिए हैं।
ट्रैक्टर पर पचास फीयदी या अधिकतम तीन लाख, टिलर, हैरो व थ्रशर पर पचास प्रतिशत, सिड ड्रिल (गेहूं बोने की मशीन) पर 24100 रुपये। 6 फुट के रोटावेटर पर 44000 रुपये, 7 फुट के रोटावेटर पर 47600 रुपये।
जिले का सब्सिडी का जितना बजट था, उससे अधिक डिमांड होने के कारण कुछ किसानों की सब्सिडी रुकी हुई है। इनका बजट मंजूर होने पर किसानों को भुगतान हो सकता है।