पाकिस्तान में बदतर हो रहे हालात,अंतरराष्ट्रीय ऋण जुटाने में परेशानी

पाकिस्तान श्रीलंका की राह पर चल पड़ा है, इसे कहना अभी जल्दीबाजी होगी, लेकिन यह पड़ोसी मुल्क अभी इस कदर नकदी संकट से जूझ रहा है कि उद्योग को कच्चे सामान और तेल उत्पादों के आयात के लिए अंतरराष्ट्रीय ऋण जुटाने में परेशानी आ रही है।

अपने सूत्रों के हवाले से बताया कि पेट्रोलियम विभाग ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल को सूचित किया है कि तेल आयात का बंदोबस्त करना दिन-ब-दिन मुश्किल हो रहा है, क्योंकि तेल विपणन कंपनियों और रिफाइनरी द्वारा स्थानीय बैंकों के साथ खोले गए साख पत्रों (एलसी) पर विदेशी बैंक कर्ज नहीं दे रहे।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया कि पाकिस्तान स्टेट ऑयल (पीएसओ) और पाक-अरब रिफाइनरी लिमिटेड को छोड़कर अन्य सभी तेल विपणन कंपनियां और रिफाइनरी पेट्रोलियम उत्पादों तथा कच्चे तेल के आयात के लिए समस्याओं का सामना कर रही हैं।

अखबार के मुताबिक संबंधित मंत्रालयों द्वारा वित्तीय स्थिति और विदेशी मुद्रा विनिमय के बारे में दिए गए बयानों के कारण 5-7.5 करोड़ डॉलर के छह से सात कार्गो रूके पड़े हैं। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी बैंक तेल उद्योग की तरफ से एलसी खोल रहे हैं, लेकिन उनके साझेदार बैंक कर्ज नहीं दे रहे।

Related Articles

Back to top button