‘2022 से लंबित है नवी मुंबई एयरपोर्ट के नाम बदलने का प्रस्ताव’, केंद्र पर आदित्य ठाकरे का आरोप
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर अपनी निराशा व्यक्त की कि नवी मुंबई हवाई अड्डे का नाम दिवंगत नेता डीबी पाटिल के नाम पर रखने की मंजूरी नहीं दी गई, यह प्रस्ताव जून 2022 में भेजा गया था। नवी मुंबई हवाई अड्डे पर काम फरवरी 2018 में शुरू हुआ था, और 2022 में महा विकास अघाड़ी सरकार ने इसका नाम ‘लोकनेता स्वर्गीय डीबी पाटिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा’ रखने का फैसला किया था।
डीबी पाटिल की जयंती पर पूछा सवाल
सोशल मीडिया एक्स पर आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘आज लोकनेता डीबी पाटिल की जयंती है। जून 2022 में, एमवीए सरकार के मंत्रिमंडल ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम श्री डीबी पाटिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखने का फैसला किया और केंद्र सरकार को सिफारिश भेजी। वर्तमान स्थिति यह है कि कैबिनेट का फैसला अभी भी केंद्र सरकार की मंजूरी के लिए लंबित है।’
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से आदित्य ठाकरे ने किया अनुरोध
उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के लिए इस तरह का लंबित रहना सामान्य बात है या ऐसा इसलिए है क्योंकि वे महाराष्ट्र का अपमान करना चाहते हैं। आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों में नागरिक उड्डयन मंत्रियों को लिखित अनुस्मारक के बावजूद, प्रस्ताव लंबित था। उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से आज दिवंगत नेता के जन्मदिन के अवसर पर प्रस्ताव को मंजूरी देने का अनुरोध किया। शिवसेना (यूबीटी) विधायक ने आगे लिखा कि छत्रपति संभाजीनगर में हवाई अड्डे का नाम छत्रपति संभाजी महाराज हवाई अड्डा रखने का प्रस्ताव 2020 से केंद्र सरकार के पास लंबित था।