तेलंगाना : कांग्रेस में गहराता जा रहा संकट, राहुल गांधी ने राज्य के नेताओं के साथ की बैठक
तेलंगाना कांग्रेस में संकट गहराता जा रहा है। खबर है कि पार्टी ने परेशानी से निपटने के लिए नई व्यवस्था तैयार करने का फैसला किया है। कहा जा रहा है कि तेलंगाना के कई नेता प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के काम करने के तरीके से नाखुश हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने राज्य के कांग्रेस नेताओं का साथ बैठक की थी। उन्होंने नेताओं से एकजुट होकर काम करने के लिए कहा था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व ने रेड्डी का विरोध करने वाले नेताओं से कहा है कि उनकी परेशानियों को सुनने के लिए तंत्र स्थापित किया जाएगा। राज्य के करीब 30 नेताओं और राहुल गांधी के बीच हुई मैराथन मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया है। एक नेता ने अखबार को जानकारी दी कि मुद्दों पर विचार करने के लिए समिति गठित की जा सकती है।
एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘अच्छी बात यह है कि सभी मतभेदों के बाद भी 30 से ज्यादा नेता साथ बैठे और राहुल गांधी के साथ तीन या चार घंटे निकाले।’ उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों की परेशानियां उन्होंने सुनी और अन्य लोगों के लिए… नए तंत्र के साथ सुलझाया जाएगा। आज पार्टी का लक्ष्य और उद्देश्य एकजुट होकर लड़ना और अपनी छाप छोड़ना है।’
नए तंत्र को लेकर उन्होंने कहा कि ‘वरिष्ठ नेताओं की समिति जैसी चीज’ स्थापित की जाएगी। रेड्डी के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे नेताओं में कांग्रेस विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क, विधायक डी श्रीधर बाबू और वरिष्ठ नेता वी हनुमंत राव समेत कई नेताओं का नाम शामिल है। एक अन्य नेता ने बताया, ‘लोगों में बड़े अंतर हैं। संचार ठीक नहीं है। इसलिए यह बैठक बुलाई गई।’
तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष टी जयप्रकाश रेड्डी भी खुलकर रेवंत रेड्डी की आलोचना कर चुके हैं। सोमवार को हुई बैठक में रेवंत रेड्डी, केसी वेणुगोपाल, मणिकाम टैगोर शामिल हुए। बीते साल नवंबर में हुजूराबाद उप चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद से ही तेलंगाना में कांग्रेस में विवाद शुरू हो गया है।