‘TDP जल्द तेलंगाना में अपना पुराना गौरव वापस हासिल करेगी’, कार्यकर्ताओं से बोले चंद्रबाबू नायडू
हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को कहा कि तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) जल्द ही तेलंगाना में भी अपना पुराना गौरव वापस हासिल करेगी। साथ ही उन्होंने पिछले साल सितंबर में उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।टीडीपी कार्यकर्ताओं से नायडू ने कहा कि पार्टी का जन्म तेलंगाना में हुआ था और जल्द ही इसका पुनर्गठन किया जाएगा।
पिछले साल से नहीं लड़ रहे कोई चुनाव
गौरतलब है, टीडीपी ने कई कारणों से पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा था। वहीं इस साल हुआ लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा। पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले कसानी ज्ञानेश्वर के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से पार्टी वर्तमान में नेतृत्वविहीन है।
पार्टी को तेलंगाना में होना चाहिए
नायडू ने कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा, ‘टीडीपी का जन्म तेलुगू लोगों के लिए हुआ है। इसलिए पार्टी को तेलंगाना में होना चाहिए। मैं आपसे पूछ रहा हूं कि तेलंगाना की धरती पर जन्मी पार्टी को राज्य में काम करना चाहिए या नहीं? पार्टी के लिए काम करने वाले कई लोग थे। हम बहुत जल्द तेलंगाना में पार्टी का पुनर्गठन करेंगे।’
राज्य में युवाओं को प्रोत्साहित करेगी टीडीपी
उन्होंने कहा कि वह तेलंगाना में पार्टी के पुराने गौरव को लाने के लिए काम करेंगे। टीडीपी राज्य में युवाओं और शिक्षित लोगों को प्रोत्साहित करेगी।
रेवंत रेड्डी से की मुलाकात
तेलंगाना के अपने समकक्ष ए रेवंत रेड्डी के साथ शनिवार को हुई बैठक के बारे में नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश में अलग-अलग दल सत्ता में हैं। यहां जब तेलुगू लोगों के हितों की बात आती है तो साथ काम करने की जरूरत है। बात दें, चंद्रबाबू नायडू और रेवंत रेड्डी ने शनिवार को यहां बैठक की और 2014 में अविभाजित आंध्र के विभाजन से संबंधित लंबित मुद्दों के समाधान के लिए मंत्रियों और अधिकारियों की समितियां गठित करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा, ‘कल, हमने तेलंगाना सरकार के साथ चर्चा की थी। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में भी इन्हें आगे ले जाया जाएगा।’
दो दशक पहले हैदराबाद शहर के विकास में मुख्यमंत्री के रूप में अपने योगदान को याद करते हुए टीडीपी सुप्रीमो ने कहा कि जहां तक प्रति व्यक्ति आय का सवाल है, अब तेलंगाना शीर्ष स्थान पर है और 2014 में इसके और आंध्र प्रदेश के बीच अंतर 33 प्रतिशत था। उन्होंने कहा कि वह 2014 और 2019 के बीच सीएम के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अंतर को 27 प्रतिशत तक कम करने में सक्षम थे। हालांकि, वाईएसआर कांग्रेस के शासन के दौरान यह फिर से 44 प्रतिशत तक पहुंच गया।
आंध्र प्रदेश में निवेश करने की इच्छा कर रहे कई उद्योग
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कई उद्योग आंध्र प्रदेश में निवेश करने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी वाईएसआरसीपी के रवैये से संदेह में हैं। कई बाधाओं और समस्याओं के बावजूद उन्होंने आश्वासन दिया कि वह आंध्र प्रदेश के विकास की जिम्मेदारी लेंगे।