370 हटाए जाने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर में 96 आम नागरिकों की बची जान, सरकार ने बताया…
जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने को अब दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही घाटी को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं।
कुछ नेताओं का कहना है कि घाटी में हिंसा और आतंकवाद के मामले बढ़ गए हैं तो वहीं कुछ का कहना है कि 370 हटने से यहां विकास की बयार बहने लगी है। हालांकि, अब सच केंद्र सरकार ने संसद में बताया है। सरकार ने बताया है कि 5 अगस्त 2019 के बाद से अब तक घाटी में 366 आतंकवादियों को ढेर किया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया कि 370 हटाए जाने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर में 96 आम नागरिकों और 81 सुरक्षाकर्मियों की भी जान गई है। वहीं, अनुच्छेद 370 की वापसी के बाद से अब तक घाटी से एक भी कश्मीरी पंडित/हिंदू विस्थापित नहीं हुआ है।
हालांकि, सरकार ने यह भी कहा है कि कश्मीर में रहने वाले कुछ कश्मीरी पंडित परिवार, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे थे, हाल ही में जम्मू शिफ्ट जरूर हुए हैं लेकिन ये सभी सरकारी कर्मचारी थे और इनमें से अधिकतर सर्दी की छुट्टियों की वजह से जम्मू गए हैं।
भारत सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया था। साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था।