अमेरिका के एक चर्च में गोलीबारी, 2 की मौत
धार्मिक स्थलों पर दुनिया को ज्ञान देने के अगले ही दिन अमेरिका के एक चर्च में गोलीबारी हुई है। आयोवा में एमेस शहर में गिरजाघर के बाहर गुरुवार रात को गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और हमलावर भी मारा गया। स्टोरी काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार, एमेस के बाहरी इलाके में स्थित गिरजाघर ‘कॉर्नरस्टोन चर्च’ के बाहर हुए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें हमलावर भी शामिल है। यह गिरजाघर डेस मोइनेस के पास है।
शेरिफ के कार्यालय ने गोलीबारी के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन उन्होंने बताया कि उन्हें शाम 6:51 बजे कई फोन आए। शेरिफ के कार्यालय का कहना है कि अब लोगों को कोई खतरा नहीं है। पुलिस ने शूटिंग को एक गंभीर मामला बताया और लोगों से घटनास्थल से दूर रहने की अपील की है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि अंतिम संस्कार वाली जगह पर कई गोलियां चलाई गईं।
गौरतलब है कि अमेरिका ने भारत के आंतरिक मामले पर चुभने वाली टिप्पणी की है। अमेरिका विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत में उपासना स्थलों पर हमले बढ़ गए हैं। ब्लिंकन ने मंत्रालय की ओर से तैयार की गई दुनिया भर में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर रिपोर्ट को जारी करते हुए यह बात कही। यही नहीं एक अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने भारत के सत्ता प्रतिष्ठान पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में कुछ लोग इसे इग्नोर कर रहे हैं या फिर ऐसे हमलों को समर्थन दे रहे हैं।वहीं, अमेरिका में बंदूक हिंसा पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि बच्चों और परिवारों की सुरक्षा के लिए हथियारों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें खरीदने की न्यूनतम उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “हमें हथियारों पर पाबंदी लगाने की आवश्यकता है। अगर हम ऐसा नहीं कर सकते हैं तो उन्हें खरीदने की कम से कम आयु 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देनी चाहिए। उच्च क्षमता वाली मैगजीन्स पर प्रतिबंध लगाना होगा। बैकग्राउंड चेक को मजबूत करेंगे। सुरक्षित भंडारण कानून लाया जाएगा।”