सपा में विलय के बाद तेज़ी से बढ़ा शिवपाल सिंह यादव का कद, दरबार में लगी टिकट के दावेदारों की भीड़
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय करने और मैनपुरी सीट पर उपचुनाव जिताने के बाद सपा की राजनीति में शिवपाल सिंह यादव का कद बढ़ गया है। वह प्रमुख भूमिका में आते हुए नजर आ रहे हैं।
कहा जा रहा है कि उम्मीदवारों का फैसला सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिल्ली से लौटने के बाद होगा। आरक्षण को लेकर प्रदेश में निकाय चुनाव की तस्वीर उलझी हुई है पर इस पर जल्द ही कोर्ट से निर्णय होने की उम्मीद है।
कोई पुराने संबंधों की दुहाई देकर खुद को बेहतरीन उम्मीदवार बता रहा है तो कोई वोट बैंक का हवाला दे रहा है। प्रदेश भर से महापौर, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार शिवपाल सिंह यादव के कार्यालय में डेरा डाले हुए हैं।
मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी। इस सीट पर डिंपल यादव ने चुनाव लड़ा और करीब तीन लाख वोटों से जीत दर्ज की जो कि ऐतिहासिक है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवपाल को सपा में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।