शिवकुमार का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को तोहफा, राज्य के बोर्डों-निगमों के प्रमुख पदों पर किया नियुक्त
36 विधायकों और 39 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राज्य संचालित बोर्डों और निगमों में प्रमुख पदों पर नियुक्त किया जाएगा। इसकी जानकारी कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने दी है। उन्होंने कहा कि नाम की सूची जल्द जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने का वक्त आ गया है। गौरतलब है कि डीके शिवकुमार राज्य में कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि बोर्डों और निगमों के पदों पर 36 विधायकों और 39 पार्टी कार्यकर्ताओं को मौका दिया गया है। राज्य में शुक्रवार को कांगेस लोकसभा चुनाव समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगाी।
पार्टी जिसे जो जिम्मेदारी दें उसे वह निभानी होगी- शिवकुमार
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि शुक्रवार को लोकसभा चुनाव से जुड़ी हमारी पहले दौर की बैठक होगी। बैठक में जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी को भी बुलाया गया है। बता दें दोनों पिछले साल मई में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए थे। शुक्रवार को होने वाली बैठक में निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी। कुछ मंत्रियों के लोकसभा चुनाव लड़ने का मन न होने पर उन्होंने कहा कि अगर पार्टी चाहती तो, सभी को चुनाव लड़ना होगा, चाहे वह मैं हूं या कोई और।
जेडीएस के रहने या न रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता- शिवकुमार
लोकसभा चुनावों पर बोलते हुए शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से कम से कम 25 सीटों पर जीत दर्ज करेगी। जेडीएस के एनडीए में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि यह उनके बीच का मामला है, उनकी जो इच्छा वो करें। साथ ही कहा कि पिछली बार हमें जेडीएस के साथ गठबंधन किया था, हमें लगा की बहुत सीटें हमारी झोली में आ जाएंगी, लेकिन हमें सिर्फ एक-एक सीटें ही मिल सकीं। उनके रहने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनावों के नतीजों पर नजर डालें तो 28 सीटों वाले कर्नाटक में भाजपा ने 25 और कांग्रेस और जेडीएस ने एक-एक सीट पर कब्जा किया था और एक निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी।
सिद्धारमैया में राम, शिवकुमार में शिव; धर्म निजी मामला
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के शामिल न होने पर शिवकुमार ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री के नाम सिद्धारमैया में राम है। और मेरे नाम शिवकुमार में शिव है। आस्था एक निजी विषय है। मेरी आस्था सभी धर्मों में है। राजनीति में धर्म होना चाहिए, लेकिन धर्म में कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।