उत्तराखंड में पांच मेगावाट बिजली हर दिन हो रही बर्बाद, जानने के लिए पढ़े पूरी खबर
मार्च महीने से लेकर अभी तक बिजली संकट से जूझ रहे उत्तराखंड राज्य में पांच मेगावाट बिजली हर दिन बर्बाद हो रही है। यूजेवीएनएल का पांच मेगावाट का सुरिंगगाड़ पॉवर प्रोजेक्ट जून 2021 से बन कर तैयार है, लेकिन इसकी बिजली का अभी तक इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। मार्च 2023 तक भी यही स्थिति बनी रहेगी। ट्रांसमिशन लाइन न होने के कारण बिजली का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
पिथौरागढ़ में वर्ष 2018 में आई आपदा के दौरान सुरिंगगाड़ पॉवर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा था। इस प्रोजेक्ट पर दोबारा काम शुरू कर इसे जून 2021 में तैयार कर दिया गया था। इस प्रोजेक्ट से मिलने वाली बिजली को यूपीसीएल के मौजूदा सप्लाई सिस्टम से जोड़ने की मंजूरी उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने नहीं दी। इसके कारण इस बिजली का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।
अब इस प्रोजेक्ट की बिजली का इस्तेमाल तभी हो पाएगा, जब पिटकुल 220 केवी जौलजीवी ट्रांसमिशन लाइन को पिटकुल के ब्रह्म पॉवर सब स्टेशन से जोड़ सकेगा। इस काम के मार्च 2023 तक ही पूरे होने की संभावना जताई जा रही है। तब तक हर दिन इसी तरह पांच मेगावाट बिजली बर्बाद होती रहेगी।