ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का बड़ा बयान , गर्म पानी के स्रोतों से जल्द बनेगी बिजली
ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का कहना है कि सरकार वैकल्पिक ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। गर्म पानी के स्रोतों से भी जल्द बिजली बनेगी। इसके लिए प्रयोग किए जा रहे हैं।
कहा कि हवा के साथ ही गर्म पानी के स्रोतों से भी बिजली बनाई जाएगी। ऊर्जा संरक्षण दिवस पर उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा अभिकरण (उरेडा) और ओएनजीसी ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया।
ओएनजीसी के नेहरू ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में बिजली की खपत लगातार बढ़ती जा रही है। 17 हजार मिलियन यूनिट बिजली की जरूरत है, जबकि उत्पादन 12 हजार मिलियन यूनिट का हो रहा है। हमें नेशनल ग्रिड से बिजली खरीदनी पड़ रही है। जबकि हमारा पड़ोसी राज्य हिमाचल बिजली बेच रहा है।
प्रदेश में हाइड्रो परियोजनाओं से बिजली का अपेक्षित उत्पादन नहीं हो पाया। यहां वैकल्पिक ऊर्जा के आपार स्रोत हैं और हम इस दिशा में काम भी कर रहे हैं। इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, अपर सचिव ऊर्जा रंजना राजगुरु, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल अनिल यादव, ओएनजीसी के अधिशासी निदेशक एनके गर्ग, जीएम जेएस अलारिया, मुख्य परियोजना अधिकारी उरेडा नीरज कुमार गर्ग, वरिष्ठ परयोजना अधिकारी मनोज कुमार रहे।
प्रदेश में डीजल से चलने वाले 200 कृषि पंपों को सोलर पंप में बदलने की तैयारी है। खास बात यह है कि यह पंप मोबाइल ऐप से चलेंगे। इनको मोबाइल से बंद और चालू किया जा सकता है।
इससे ऊर्जा की काफी बचत होगी। साथ ही ऊर्जा दक्ष भवन बनाने पर जोर दिया जा रहा है। 15 भवनों पर काम चल रहा है। हरिद्वार में एक होटल का काम अंतिम चरणों में है।
कार्यक्रम में ऊर्जा संरक्षण से संबंधित कैलेंडर 2021 का विमोचन किया गया। इसके साथ ही ऊर्जा संरक्षण पर आधारित चित्रकला, क्विज और निबंध प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इस दौरान राइंका गुजराड़ा की नतीशा मराठा और अमन डोगरा ने ऊर्जा संरक्षण पर भाषण दिया। ई व्हीकल कार रैली भी निकाली गई। इसमें 13 कार और दो दोपहिया वाहन शामिल रहे।