लोहिया के डॉक्टरों को मिलेगा पीजीआई के समान वेतन, जारी हुआ आदेश
लोहिया संस्थान के डॉक्टरों की मेहनत रंग लाई। संस्थान के डॉक्टरों को पीजीआई के समान वेतनमान मिलेगा। शासन ने वेतन संबंधी आदेश जारी कर दिया है। इससे संस्थान के डॉक्टरों की मायूसी टूटी है।लोहिया संस्थान के डॉक्टर 2016 से पीजीआई के समान सातवें वेतनमान की मांग कर रहे थे।
लगातार डॉक्टर उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर वेतन की मांग कर रहे थे। सुनवाई नहीं हुई। नाराज डॉक्टरों ने पिछले साल धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी। इसके बाद शासन के अधिकारी हरकत में आएं। आनन-फानन पहली फरवरी को चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने आदेश जारी कर दिया।
संस्थान में करीब 150 डॉक्टर हैं। अब इन डॉक्टरों को एनपीए पर महंगाई भत्ते को मूल वेतन में जोड़कर देने का आदेश जारी किया है। एरियर का भुगतान एकमुश्त नहीं किया जाएा। चार समान किस्तों में एरियर का भुगतान होगा। जो कि वित्तीय वर्ष 2022-23 व 2023-24 में किया जाएगा। बढ़ा हुआ वेतन अगले माह से मिलेगा।
केजीएमयू व चक गंजरिया स्थित कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के डॉक्टरों को अभी तक पीजीआई के बराबर वेतनमान नहीं मिला है। इससे डॉक्टरों में आक्रोश है। डॉक्टरों का कहना है कि सभी संस्थान समान रूप से काम कर रहे हैं। भर्ती से लेकर योग्यता एक जैसी है। तो वेतनमान अलग क्यों है? उच्च अधिकारियों ने सभी को समान वेतनमान देने का ऐलान किया था। पर, अमल नहीं हो रहा है।
केजीएमयू शिक्षक संघ के महासचिव डॉ. संतोष कुमार के मुताबिक परिनियमावली के अनुसार शिक्षकों को पीजीआई के समान वेतन शासन स्तर से स्वयं दे देना चाहिए। शिक्षक संघ द्वारा कोरोना काल में व्यस्तता के कारण किसी प्रकार के आंदोलन के स्थान पर प्रत्यावेदन प्रेषित किए गए। किंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि अधिकारी इसे अभी तक गंभीरता से नहीं लिया गया। डॉक्टर मजबूरन आंदोलन को मजबूर होंगे।