औरंगजेब के परिवार संग विपक्ष लामबंद, मांगों पर है आवाज बुलंद
अलीगढ़ के मामू भांजा इलाके में हुई घटना में मृत औरंगजेब के परिवार के साथ विपक्षी राजनीतिक दल लामबंद हो रहे हैं। इसी क्रम में 21 जून को सुबह सुबह विपक्षी दलों के नेता परिवार के साथ डीएम से मिलने पहुंचे। इस दौरान परिवार की ओर से कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए। साथ में कुछ मांगें रखी गईं। जिन पर विपक्षी दलों के नेताओं ने भी परिवार का समर्थन किया। इस दौरान काफी देर तक चली वार्ता के बाद डीएम स्तर से परिवार को भरोसा दिलाया गया है। वहीं दोपहर में कांग्रेस का प्रदेश स्तर से नियत प्रतिनिधि मंडल भी औरंगजेब के परिवार से मिलने पहुंचा और घटनाक्रम की जानकारी की।
डीएम के समक्ष उठाए ये मुद्दे और मांगें
सपा, कांग्रेस व बसपा नेताओं संग मृत औरंगजेब की मां, बहनें व भाई आदि परिजन सुबह कलेक्ट्रेट में डीएम से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने घटनाक्रम पर चर्चा करते हुए बुजुर्ग मां के सहारे के लिए परिवार को एक नौकरी, मुआवजा, सुरक्षा देने पर बात हुई। साथ में यह भी कहा गया कि दर्ज कराए गए मुकदमे में शेष आरोपियों को जेल भेजने के बजाए बचाने का शोर मचा हुआ है। दबाव बनाया जा रहा है। मुकदमे में धाराएं हल्की करने का भी दबाव व शोर मचा हुआ है। अगर ऐसा होता है तो परिवार आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। इन तमाम पहलुओं पर डीएम से विस्तार से वार्ता हुई। जिसके बाद डीएम स्तर से उन्हें भरोसा दिलाया गया कि किसी भी स्तर पर किसी तरह की कमी या गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। इसके बाद परिवार वहां से चला आया। इस मौके पर पूर्व सांसद चौ.बिजेंद्र सिंह, सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोषी, जिला महासचिव मनोज यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इस्हाक, कांग्रेस नेता विवेक बंसल, बसपा नेता सलमान शाहिद, सपा नेता आमिर आबिद आदि लोग मौजूद रहे। इधर, दिन भर औरंगजेब के घर पर लोगों की आवाजाही रही। वहीं सुरक्षा इंतजाम भी कड़े रहे।
कांग्रेसी नेता श्यौराज जीवन
कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर 21 जून को प्रदेश स्तर से प्रतिनिधि मंडल औरंगजेब के घर पहुंचा। इस दौरान परिवार से वार्ता के बाद प्रतिनिधि मंडल ने यही कहा कि अगर औरंगजेब चोर था तो उस पर कोई पुराना मुकदमा क्यों नहीं मिला। उसे भीड़ हिंसा में मारा गया है। उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रदेश स्तर पर आवाज बुलंद की जाएगी। प्रदेश से आए प्रतिनिधि मंडल ने घर पर जाकर मुलाकात की और परिवार का दर्द जाना। न्याय दिलाने की पुरजोर वकालत की। पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल की अगुवाई वाले प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात के बाद डीएम को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन दिया। मामले में भीड़ हिंसा में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की गई। नेताओं ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था चरमरा गई है। गरीब मजदूर के साथ गुंडई करते हुए उसे मारा गया है। सिर्फ इसलिए कि वह एक विशेष समुदाय से संबंध रखता था। यहां परिवार को दस लाख मुआवजे, नौकरी, मुकदमा कमजोर न होने देने, किसी का बचाव न होने देने की मांग रखी गई।