अब छात्रों की पढ़ाई में नहीं होगी कोई परेशानी, तैयार हुआ छात्रों के लिए 500 रुपये का बजट
सरकारी स्कूलों के छात्रों को पढ़ाई के लिए वर्कशीट, वर्कबुक और प्रेरक कहानियों की किताबें भी मिलेंगी। समग्र शिक्षा अभियान के तहत इस साल से छठी से 12 वीं तक के छात्रों के लिए सालाना प्रति छात्र 500-500 का विशेष बजट तय किया जा रहा है।
इस राशि से राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एससीईआरटी), सीमेट, डायट के विशेषज्ञ शैक्षिक सामग्री तैयार करेंगे। साथ ही पढ़ाई में कमजोर छात्रों की सहायता के लिए विशेष उपचारात्मक कक्षाएं भी नियमित रूप सें संचालित की जाएंगी। एसएसए के इस वर्ष के सालाना बजट में इसे शामिल किया गया है। छात्रों को सरल और प्रभावी ढंग से पढ़ाने के लिए अतिरिक्त किताबें, वर्कशीट आदि भी बांटी जाती है, लेकिन बजट न होने होने की वजह से अक्सर यह प्रभावित होता है।
कोरोनाकाल में लॉकडाउन के दौरान में शिक्षा विभाग ने छात्रों को वर्कशीट, वर्कबुक के मार्फत ही पढ़ाई से जोड़े रखा था। इस व्यवस्था को स्थायी रूप दिया जा रहा है। एसएसए के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पढ़ाई में सामान्य बच्चों के मुकाबले कमजोर रहने वाले छात्रों के लिए विशेष रेमेडियल कक्षाएं भी चलाई जाती हैं। इस बजट की मदद से इन कक्षाओं का संचालन और भी बेहतर तरीके से हो सकेगा।
अभी हाल में एएसए के सालाना बजट प्लॉन की समीक्षा के दौरान छठी से 12 वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए विशेष बजट प्रावधान का विषय आया है। एसएसए के एसपीडी बंशीधर तिवारी ने अधिकारियों को प्लॉन को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के निर्देश दिए हैं।