अब अनुजा की भी ईपी बनीं प्रियंका, मोटी फीस, मुनाफे में हिस्सेदारी, समझिए क्या है ये नया झोल?
प्रियंका चोपड़ा ऑस्कर में शॉर्टलिस्ट फिल्म ‘अनुजा’ में बतौर एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर (ईपी) जुड़ी हैं। गुनीत मोंगा इस फिल्म की प्रोड्यूसर हैं। इस चर्चित फिल्म से जुड़ने पर प्रियंका चोपड़ा ने खुशी जताई है। वैराइटी की रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका का कहना है कि इस दिल छू लेने वाली फिल्म से जुड़कर वे गर्व महसूस कर रही हैं। लोकप्रिय फिल्म और ईपी की पदवी, आखिर खुशी की बात तो है ही। लेकिन, इस पूरी कहानी में झोल भी कम नहीं। किसी फिल्मी प्रोजेक्ट से बतौर ईपी जुड़ना बनी-बनाई खीर में हिस्सा बांटने सरीखा है। सुनने में बेशकर अटपटा लगे, लेकिन इसकी हकीकत काफी दिलचस्प है और शायद हैरान भी कर दे…
मुनाफे पर टिकी है पूरी कहानी
किसी बन चुकी फिल्म का सारा कामकाज पूरा हो जाने के बाद चर्चित अदाकाओं के उसमें बतौर ईपी जुड़ने के पीछे मुनाफे का पूरा खेल है। आसान भाषा में इसे यूं समझ सकते हैं कि अपनी लोकप्रियता के आधार पर पकी-पकाई खीर का हिस्सेदार बन जाना। पूरी तरह तैयार फिल्म में ईपी बनने वाली ये अभिनेत्रियां अपना नाम इन फिल्मों से जोड़ने के नाम पर मोटी फीस या मुनाफे में हिस्सेदारी या दोनों वसूलती हैं।
इन फिल्मों में भी बतौर ईपी जुड़ चुकी हैं देसी गर्ल
यह पहला अवसर नहीं है, जब प्रियंका चोपड़ा किसी फिल्म से बतौर ईपी जुड़ी हैं। इससे पहले भी वे ऑस्कर नॉमिनेटिड डॉक्यूमेंट्री ‘टू किल ए टाइगर’ और ‘द व्हाइट टाइगर’ में ईपी के रूप में काम कर चुकी हैं। ‘द व्हाइट टाइगर’ में तो देसी गर्ल ने काम भी किया है। अब ‘अनुजा’ में उन्होंने ईपी की जिम्मेदारी संभाली है।
आलिया भी बन चुकी हैं इस फिल्म की ईपी
बीते वर्ष आलिया भट्ट फिल्म ‘पोचर’ में बतौर एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर जुड़ी थीं। वे ‘पोचर’ का सारा काम पूरा हो जाने के बाद बतौर ईपी इस फिल्म से जुड़ीं। कुछ ऐसा ही अब प्रियंका चोपड़ा ने ‘अनुजा’ से जुड़कर किया है। फिल्म ‘अनुजा’ की कहानी एक 9 साल की अनाथ बच्ची अनुजा पर आधारित है, जो अपनी 17 साल की बहन पलक के साथ एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करने के लिए स्कूल छोड़ देती है। एक टीचर फैक्ट्री में आता है और अनुजा को अच्छे बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने का अवसर देने का वादा करता है। यहां से उसकी किस्मत क्या करवट लेती है, फिल्म में इसी पर बनी है।