निर्मला सीतारमण ने बांटे 1,388 करोड़ लोन, वित्त मंत्री का दावा- तीसरे स्थान पर होगी भारतीय अर्थव्यवस्था
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का राज मैदान में सांसद गोपाल जी ठाकुर और विभिन्न बैंकों के अधिकारियों मिथिला की परंपरा अनुसार स्वागत किया गया। इस दौरान उन्हें मखाना का माला भी पहनाया गया। वित्त मंत्री आज दरभंगा के ऐतिहासिक राज मैदान में एसएलबीसी द्वारा आयोजित आउटरीच कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए करीब 49,137 बेरोजगार युवाओं के बीच 1,388 करोड़ का वितरण किया।
इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री के साथ बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, राज्यसभा सांसद ड़. धर्मशीला गुप्ता, नगर विधायक संजय सरावगी के अलावा सभी अग्रणी बैंकों के सीएमडी, जोनल मैनेजर सहित तमाम बैंकों अधिकारी मौजूद रहे। बता दें कि बिहार के दरभंगा में ऐसा पहली बार इतना बड़ा ऋण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें खुद देश की वित्त मंत्री अपने हाथों से इतने युवाओं को रोजगार करने हेतु ऋण का वितरण कीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अभी हमारे देश की अर्थव्यवस्था पांचवे स्थान पर है। लेकिन अगले एक साल में देश की अर्थव्यवस्था तीसरे स्थान पर रहेगी। इसके लिए जो भी संसाधन जुटाने की जरूरत है, उसे हर संभव पूरा किया जा रहा है। इस क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार की योजनाओं को देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है और उन्हें आर्थिक रूप से सामर्थवान बनाना है। वहीं, विभिन्न संस्थाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर ही भारत को 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने में मददगार साबित होगा। उसके बाद ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत का सपना साकार हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं गरीब, महिला, किसान और युवाओं की सेवा करके विकसित भारत बनाने की दिशा में बेहतर कदम होगा। बैंकों के अधिकारियों द्वारा प्रयास किया गया है, इसके लिए बैंकों के सभी अधिकारियों को एक शब्द में कहना चाहती हूं पिछले लगातार चार महीने में गांव-गांव जाकर हर परिवार के योग्य लाभार्थी को लाभ दिलाने का काम किया है। आगे उन्होंने कहा कि इन सब चीजों के अलावा मिथलांचल में मखाना प्रसिद्ध है। मत्स्य पालन योजना प्रधानमंत्री के आइडिया से चालू किया गया है। मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत बैंकों के माध्यम से मछुआरों को भी लाभ दिया जा रहा है। मखाना एवं मछली व्यवसाय से जुड़े लोगों भी किसान क्रेडिट कार्ड खेतों में काम करने वाले किसानों के साथ-साथ पशुपालक, मछुआरा, बकरी पालन आदि को भी लाभ दिया जा रहा है।