निखिल आडवानी ने बताई गोविंदा की आदत, बोले- ‘सलाम-ए-इश्क की शूटिंग के दौरान वे सबसे अच्छे थे’

इंडस्ट्री के कई लोग अक्सर 1990 के दशक में गोविंदा के व्यवहार के बारे में बात करते हैं। फिल्म निर्माता निखिल आडवाणी ने साझा किया कि 2007 की फिल्म सलाम-ए-इश्क के दौरान 90 के दशक के सुपरस्टार के साथ काम करने का उनका अनुभव काफी अलग था। निखिल ने बताया कि गोविंदा उस समय वापसी करने की कोशिश कर रहे थे। वे उन दिनों सबसे अच्छा व्यवहार भी करते थे।

गोविंदा के लिए बोले निखिल
निखिल आडवाणी ने कहा कि मेरे लिए, इरफान, गोविंदा और अक्षय खन्ना ऐसे लोग हैं जिन्हें निर्देशित करने में मुझे सबसे अधिक खुशी मिली। वे अपने काम को गंभीरता से नहीं लेते। गोविंदा मुझसे पूछते थे, ‘आप इस दृश्य को कैसा चाहते हैं- इतालवी, मुगलई, भारतीय, चीनी?’ गोविंदा उन दिनों पार्टनर और सलाम-ए-इश्क की शूटिंग कर रहे थे इसलिए वह खुद को भी संभाल रहे थे। जब वे बहुत बुरी हालत में थे, तब सबको गलत साबित करना चाहते थे।

वासु भगनानी ने कही ये बात
वासु भगनानी गोविंदा के बारे में कहा कि वे हीरो नंबर 1 की शूटिंग के दौरान स्विटजरलैंड में सारी कास्ट के तीन दिन पहुंचने के बाद आए थे। तीन दिन के इंतजार के बाद जब वे आए तो उन्होंने एक ही दिन में बहुत सारा काम पूरा कर लिया था।

शक्ति कपूर ने कही ये बात
एक बातचीत के दौरान शक्ति कपूर ने कहा कि राजा बाबू के दौरान गोविंदा रात 9 बजे ही सुबह 9 बजे की शूटिंग के लिए पहुंच जाते थे। अब वे 9 बजे की शिफ्ट के लिए 8.30 बजे आते हैं।

इन फिल्मों से जाने जाते हैं गोविंदा
गोविंदा को फिल्म ‘आंखे’, ‘राजा बाबू’, ‘कुली नंबर 1’, ‘जोड़ी नंबर 1’, ‘दूल्हे राजा’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘अनाड़ी नंबर वन’ जैसी फिल्मों के कारण जाना जाता है।

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