पहले दौर की अधिकांश सीटों पर एनडीए बनाम इंडिया, ‘सेंधमारी’ से दिलचस्प हुआ मुकाबला
लखनऊ : पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में शुक्रवार को शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हुआ। रामपुर में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी और सपा प्रत्याशी मौलाना मोहिब्बुल्लाह नदवी के बीच सीधा मुकाबला होता दिखा। पिछले चुनाव की तरह ही यहां वोटों का ध्रुवीकरण अहम फैक्टर रहा।
मुरादाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह और सपा उम्मीदवार रुचि वीरा के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। यहां बसपा का प्रदर्शन चुनावी नतीजों पर असर डाल सकता है। नगर पंचायत इलाकों में सपा और ग्रामीण इलाकों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया। मुरादाबाद शहर में सपा और भाजपा प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर दिखी।
सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और कैराना में कांटे की लड़ाई
- सहारनपुर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी राघव लखनपाल और कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद के बीच सीधा मुकाबला दिखा। हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण से चुनाव परिणाम पर असर पड़ना तय माना जा रहा है। वहीं, कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रदीप चौधरी और सपा की इकरा हसन के बीच मुकाबला रहा। बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा का प्रदर्शन चुनावी नतीजे पर असर डाल सकता है। इस सीट पर क्षत्रिय समाज की नाराजगी का असर भी दिखाई दिया।
- कैराना लोकसभा की गंगोह और नकुड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा-सपा में कांटे की लड़ाई रही।
- मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजीव बालियान और सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली। यहां भी बसपा प्रत्याशी दारा सिंह प्रजापति का प्रदर्शन जीत-हार के समीकरणों को प्रभावित करेगी। चरथावल और सरधना
- विधानसभा क्षेत्र में क्षत्रिय मतदाताओं की नाराजगी
- भी समीकरणों को प्रभावित करती दिखी।
बिजनौर में सेंधमारी से मुकाबला रोचक
बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में एक-दूसरे के काडर वोट में हुई सेंधमारी से मुकाबला रोचक हो गया। जहां बसपा ने मुस्लिमों में सेंध लगाकर सपा को झटका दिया, वहीं भाजपा-रालोद गठबंधन के वोटबैंक माने जाने वाले सैनियों में सपा ने सेंध मारी। दलितों में रालोद की भी आंशिक सेंध दिखी। इस सीट पर मुख्य मुकाबला रालोद और सपा के बीच ही रहा।
पीलीभीत में जितिन और भगवत में मुकाबला
पीलीभीत लोकसभा सीट पर भाजपा के जितिन प्रसाद और सपा के भगवत सरन गंगवार के बीच सीधा मुकाबला रहा। बसपा के प्रत्याशी अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू का प्रदर्शन जीत-हार के आंकड़े पर जरूर असर डालेगा। यहां सपा को कुर्मी मतदाताओं का समर्थन दिखा, तो मुस्लिम मतदाताओं में फूल बाबू ने भी सेंध लगाई।