लक्ष्मणझूला पुल पर फिर शुरू हुई लोगों की आवाजाही , इस वजह से किया गया था बंद
लक्ष्मणझूला पुल पर सोमवार से लोगों की आवाजाही फिर शुरू हो गई है। बीते रोज पुल की सपोर्टिंग वायर टूटने की वजह से कुछ पुल लोगों के लिए बंद कर दिया गया था। सोमवार को सुबह से ही पैदल यात्री तपोवन की ओर से लक्ष्मणझूला पार करते नजर आए। इस दौरान लोगों में लक्ष्मणझूला पुल को देखने को लेकर उत्साह भी दिखाई दिया।
लोगों पुल के बीच में मोबाइल से सेल्फी भी खींची। बीती रविवार को सपोर्टिंग वायर के टूटने की खबर के बाद यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों में भी अफरा-तफरी मच गई थी। जिसके बाद लोनिवि के अधिकारियों के भी हाथ पावं फुल गए थे। सोमवार को झूला पुल से ही लोगों ने गंगा पार की।
आपको बता दें कि टिहरी और पौड़ी को जोड़ने वाले लक्ष्मणझूला पुल पर रविवार को चार घंटे तक आवाजाही बंद रही। दरअसल रविवार दोपहर बाद पुल की सपोर्टिंग वायर टूटने की सूचना से यहां हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों की भीड़ को नियंत्रित किया।
बाद में लोक निर्माण विभाग ने स्थिति साफ की कि पुल की कोई सपोर्टिंग वायर नहीं टूटी है। चार घंटे की रोक के बाद दोबारा इस पुल पर आवाजाही शुरू हो सकी। लक्ष्मणझूला पुल के पास बजरंग पुल का काम चल रहा है। रविवार को दोपहर करीब 2.30 बजे अचानक लक्ष्मणझूला पुल की सपोर्टिंग वायर टूटने की सूचना तेजी से फैली।
इससे मौके पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर मुनिकीरेती थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके का मुआयना कर घटना की जानकारी ली। इस बीच पुल पर आवाजाही रोक दी गई। करीब चार घंटे बाद दोबारा पुल पर पैदल आवाजाही शुरू हुई।
मालूम हो कि 12 जुलाई 2019 को प्रख्यात लक्ष्मणझूला पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए सरकार ने बंद कर दिया था। लोनिवि के अधिकारियों ने रिपोर्ट दी थी कि लक्ष्मणझूला पुल की भार वहन करने की क्षमता कमजोर हो गई है। लिहाजा सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था।
इसके बाद सरकार ने पुल के पास ही नए पुल की नींव रखने की घोषणा की थी। इसे अब बजरंग पुल का नाम दिया गया। इस दिनों बजरंग पुल का काम तेज गति से चल रहा है। बजरंग पुल के लिए केंद्र की ओर से चुनाव से पहले 67 करोड़ रुपये का बजट की स्वीकृत हो चुका है।