‘अवैध प्रवासियों की वापसी के बाद ही भारतीयों को दिया जाए वीजा’, ऋषि सुनक की पार्टी के नेताओं ने उठाई मांग
भारतीयों को वीजा देने पर प्रतिबंध लगाने की मांग ब्रिटेन में उठने लगी है। ऋषि सुनक की पार्टी कंजर्वेटिव के दो नेताओं ने वीजा देने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस भेजने का मुद्दा उठाया है। कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्य नेता बनने की दौड़ में शामिल नेता रॉबर्ट जेनरिक और केमी बेडेनोच ने कहा है कि भारतीयों को वीजा देने और ब्रिटेन में अप्रवासन में कटौती की जाए।
बर्मिंघम में कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन के दौरान पूर्व आव्रजन मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने कहा कि भारत पर तब तक सभी श्रेणियों में सख्त वीजा प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए, जब तक वह ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस नहीं ले लेता है। उन्होंने कहा कि पिछले साल ढाई लाख भारतीयों को ब्रिटेन का वीजा दिया गया। इसके बाद भी करीब एक लाख से अधिक भारतीय ब्रिटेन में अवैध रूप से रह रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को वापस भेजने की प्रक्रिया बहुत धीमी है, जबकि भारत-ब्रिटेन प्रवासन साझेदारी इस समस्या को हल करने के लिए बनाई गई थी। सरकार को गंभीर वीजा प्रतिबंध लगाकर और विदेशी सहायता प्रतिबंधित करके ऐसे देशों को रोकना चाहिए, जो अपने नागरिकों को यहां वापस नहीं लेते हैं।
वहीं केमी बेडेनोच ने भी यही मुद्दा उठाया। उन्होंने सितंबर 2022 में भारत-पाकिस्तान एशिया क्रिकेट कप मैच के दौरान लीस्टर की सड़कों पर हुईं झड़पों को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने ब्रिटेन की सड़कों पर अशांति पैदा करने के लिए भारत के प्रवासियों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि बिल्कुल स्पष्ट है कि ऐसे कई लोग हैं जो हाल ही में इस देश में आए हैं। वे अपने मूल देश से ऐसे विचार लेकर आए हैं जिनका यहां कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने लोगों को भारत से सांस्कृतिक विवादों को लीस्टर की सड़कों पर लाते हुए देखा। हमें यह तय करने जरूरत है कि जब लोग इस देश में आएं, तो वे अपने मतभेदों को पीछे छोड़ दें।