जानिए आखिर कौन हैं भारतीय मूल के गुरदीप बाथ जिन्हें बारबाडोस में किया जाएगा सम्मानित
भारतीय मूल के गुरदीप बाथ ने कोविड के दौरान कैरेबियाई देश बारबाडोस के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया।कोरोना काल की परिस्थितियों और समस्याओं को शब्दों में बताना आसान नहीं है।
भारतीय मूल के गुरदीप बाथ ने कोविड के दौरान कैरेबियाई देश बारबाडोस के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया। जिसके लिए उन्हें बारबाडोस देश में सम्मानित किया जाएगा। गुरदीप बाथ सेंट किट्स और नेविस के प्रतिनिधि के रूप में भी कार्यरत है।
उन्होंने फरवरी 2021 में भारत से बारबाडोस जाने वाली एक लाख वैक्सीन को समय पूर्वक इस देश में पहुंचाने का कार्य किया था। गुरदीप बाथ ने परिवहन और रूट को आसान कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभूतपूर्व प्रयास से भारत ने ऐसे मुश्किल वक्त में कई देशों की मदद की है। पूणे के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित वैक्सीन के जरिए बारबाडोस में टीकाकरण की शुरूआत हुई।
गुरदीप बाथ के इस अमिट योगदान के लिए उन्हें बारबाडोस ने ‘द ऑनरेबल’ की उपाधि से सम्मानित किया है। साथ ही भारत के मानद कौंसल , डॉ फिलोमेना एन मोलिन हैरिस को भारतीय समुदाय के लिए चिकित्सा और सेवा में योगदान देने हेतु ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक भी दिया गया।