जानिए रेल मंत्रालय में फूटा कोरोना बम, सामने आए इतने मामले

नए साल में रेल मंत्रालय में कोरोना बम फूट है। जनवरी के पहले हफ्ते में 127 रेल अधिकारी-कर्मचारी कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें कार्यकारी निदेशक स्तर से लेकर मल्टी टास्क स्टाफ शामिल हैं।

कोरोना पॉजिटिव होने वालों में बड़ी संख्या में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान और इंस्पेक्टर शामिल हैं।रेलवे बोर्ड ने एहतियातन बगैर दो टीका लगवाए सभी रेल कर्मियों पर रेल भवन (रेल मंत्रालय) में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही सभी निदेशायलों के प्रमुखों से अधीनस्थ कर्मियों को दो टीका लगवाने के निर्देश जारी किए हैं।

रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए रेल अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची जारी की है। इसमें 7 जनवरी, 2022 (एक सप्ताह) तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए रेल अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम, पद, रेल भवन में कक्ष का नंबर, घर का पता, मोबाइल नंबर और रेल मंत्रालय में ड्यूटी के आखिरी दिन का उल्लेख है।

मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव की रिपोर्ट सात जनवरी को आई है और संक्रमित हुए 95 फीसदी कर्मी सात जनवरी को रेल भवन में ड्यूटी पर आए हैं। इससे उनके कक्ष और उनसे मिलने आने वालों में कोरोना संक्रमण फैलने का पूरा खतरा है। ये कर्मचारी रेल भवन के ग्राउंउ फ्लोर, प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ व पंचम तल पर बैठते हैं। यानी रेल भवन में सभी फ्लोर में कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। अधिकांश कोरोना पॉजिटिव कर्मी दिल्ली में निवास करते हैं। इसके अलावा नोएडा, पलवल, मेरठ, गाजियाबाद, फरीदाबाद, दौसा (राजस्थान), महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ (हरियाणा) आदि शहरों में निवास करते हैं।

रेल भवन के द्वितीय तल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दो रेल राज्य मंत्री और उनका स्टाफ बैठता है। कोरोना पॉजिटिव सूची में एक रेल राज्य मंत्री का स्टाफ भी शामिल है। इसके अलावा जिन कर्मचारियों को टीका की दूसरी डोज नहीं लगी है, उनका रेल भवन (रेल मंत्रालय) में प्रवेश बंद कर दिया है। वे टीके की दूसरी खुराक लेने तक खुद ही छुट्टी पर रहेंगे। इस नियम को सख्ती से लागू करने को कहा गया है।

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