मसूरी में धड़ल्ले से खोदे जा रहे पहाड़, होटल और भवन बनाने के लिए दिन-रात हो रही खुदाई

मसूरी जैसे संवेदनशील क्षेत्र में कड़े नियम और प्रतिबंध के बावजूद कुछ जगह जेसीबी के जरिये धड़ल्ले से पहाड़ खोदे जा रहे हैं। होटल और भवन बनाने के लिए दिन-रात खुदाई हो रही है। हैरानी की बात यह है कि किसके पास अनुमति है और किसके पास नहीं, यह स्पष्ट ही नहीं है। वन विभाग को ऐसी शिकायतें मिल रही हैं।

मसूरी के साथ-साथ हाथीपांव रोड पर भी जेसीबी लगाकर पहाड़ काटे जा रहे हैं। आरोप है कि हरे-भरे जंगलों के बीच प्लॉटिंग की जा रही है। मलबा जंगलों में फेंका जा रहा है। हालांकि, इस बीच प्रशासन ने एक जगह खुदाई का काम रुकवाया है। वन विभाग ने जंगलों में मलबा डंप करने पर तीन वाहन सीज भी किए हैं। लेकिन, स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिस तरह खनन का मलबा वन क्षेत्र में फेंका जा रहा है, उस हिसाब से यह कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति ही है।

इधर, नगर पालिका के ईओ आशुतोष सती ने बताया कि नगर पालिका की जमीन पर मलबा फेंकने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है। उधर, एमडीडीए के ईई अतुल गुप्ता ने बताया कि किंक्रेग के पास हो रहे काम को रोका गया है। मामले में कार्रवाई को पत्र भेजा गया है। पुलिस को भी जानकारी दी गई है।

निगरानी के लिए संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है। इसमें नगर पालिका, वन विभाग, एमडीडीए, पुलिस और राजस्व और खनन विभाग के अफसर शामिल होंगे। किंक्रेग के पास शिकायत के बाद काम रुकवाया गया है। हर्जाना भी लगाया जा रहा है। बिना परमिशन काम करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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