2005 में 26/11 आतंकी हमले की साजिश का हिस्सा बना था तहव्वुर राणा, ऐसे बनाया था प्लान
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मुंबई: तहव्वुर हुसैन राणा साल साल 2005 में लश्कर-ए-तैयबा और हरकत उल-जिहाद-ए-इस्लामी (एचयूजेआई) के सदस्य के रूप में 26/11 मुंबई आतंकी हमले की साजिश का हिस्सा बना। उसके पाकिस्तान में रहने वाले साजिशकर्ताओं के साथ करीबी संबंध थे। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
लॉस एंजिल्स के हिरासत केंद्र में है राणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि उनके प्रशासन ने राणा के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। ट्रंप ने उसे ‘साजिशकर्ताओं और दुनिया के दुष्ट लोगों में से एक’ बताया था। राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है और पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी और मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है। 2023 में 14 साल की सजा पूरी करने बाद से वह लॉस एंजिल्स के एक मेट्रोपोलिटन हिरासत केंद्र में निगरानी में है।
प्रत्यर्पण के बाद मुकदमे का सामना करेगा
तहव्वुर राणा इस मामले में तीसरा व्यक्ति होगा, जिसे प्रत्यर्पण के बाद भारत में मुकदमे का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले अजमल कसाब और जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबु जंदाल को मुकदमे का सामना करना पड़ा था। नवंबर 2012 में कसाब को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।
एनआई ने आरोपपत्र में क्या कहा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आरोपपत्र के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी (एचयूजेआई) के सदस्य के रूप में राणा 2005 की शुरुआत में पाकिस्तान स्थित अन्य साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर मुंबई में आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश में शामिल हुआ था।