IIT मद्रास में मिले कोरोना के 55 केस, स्वास्थ्य सचिव बोले ऐसा…
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास में कोरोना के 55 मामले सामने आए हैं। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने शनिवार को चेन्नई में टीकाकरण केंद्र का दौरा किया और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
राधाकृष्णन ने कहा कि अब तक 1,420 लोगों में से 55 लोगों को आइसोलेट किया गया है। ये सभी कोविड-19 के बहुत ही स्थिर और बहुत ही हल्के मामले हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन परिसर में पहले से उपलब्ध आइसोलेशन सुविधा का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल कर रहा है।
राधाकृष्णन के अनुसार शुक्रवार तक आईआईटी-एम में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 30 थी। उन्होंने कहा कि मामलों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है। नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग (वायरस के स्वरूप की पहचान) के लिए भेज दिया गया है। उम्मीद है कि 2-3 सप्ताह में विश्लेषण के नतीजे आ जाएंगे।
फेस मास्क को लेकर पाबंदियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “तमिलनाडु ने कभी भी मास्क की अनिवार्यता को वापस नहीं लिया। केवल जुर्माना लगाने की प्रक्रिया को धीमा कर दिया गया था, जिसे हमने फिर से लागू किया है।” उन्होंने कहा कि किसी को यह जानकर सतर्क रहना बंद नहीं करना चाहिए कि 93 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक दी जी चुकी है और 77 प्रतिशत को दूसरी खुराक लग गई है।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, “जो लोग बूस्टर खुराक के लिए पात्र हैं, उन्हें इसे लगवाना शुरू कर देना चाहिए। इसलिए, हम एक विशेष अभियान चला रहे हैं, जिसकी निगरानी मुख्यमंत्री एमके स्टालिन खुद करेंगे। राज्य ने अपने चिकित्सा ढांचे को पर्याप्त रूप से मजबूत किया है। आपातकालीन कोविड रिस्पांस पैकेज के तहत 2,099 बहुत उच्च श्रेणी के आईसीयू बेड लगाए गए हैं। इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है।”