‘जरा भी गलती की तो ये राममंदिर पर बाबरी नाम का ताला लगा देंगे’, रामगोपाल के बयान पर भड़के अमित शाह
लखीमपुर : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को लखीमपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। सपा नेता रामगोपाल यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि ये राम मंदिर को बेकार बताते हैं। जरा भी गलती की तो ये राम मंदिर पर बाबरी नाम का ताला लगाने का काम करेंगे। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब सपा की सरकार थी। गुंडई चलती थी। जमीनों पर कब्जे होते थे। होली दिवाली के दिन बिजली नहीं आती थी और रमजान में 24 घंटे बिजली रहती थी।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा वाले झूठा प्रचार कर भाजपा और मोदी को बदनाम कर रहे हैं। यह कह रहे हैं कि मोदी को 400 सीटें दोगे तो आरक्षण चला जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के अंदर कांग्रेस को बहुमत मिला। वहां पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को काटकर मुसलमानों को पांच प्रतिशत आरक्षण दे दिया। पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को काटने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया। गृहमंत्री ने संविधान विरोधी मुस्लिम आरक्षण को समाप्त करने की बात कही।
राहुल गांधी पर साधा निशाना
गृहमंत्री ने कहा कि राहुल बाबा कहते हैं एक झटके में गरीबी मिटा देंगे। आपकी दादी ने एक झटके आपातकाल लगाया। पिताजी ने एक झटके में तीन तलाक इंट्रोड्यूज किया। आपकी पार्टी ने झटके में पिछड़े वर्ग का आरक्षण छीनने का काम किया। गृहमंत्री ने अपने संबोधन में सीएए का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा। कहा कि राहुल बाबा कहते हैं कि हम सीएए हटा देंगे। अरे राहुल बाबा… आपकी नानी भी ऊपर से आ जाएं तो सीएए नहीं हटेगा। विपक्षी गठबंधन पर कहा कि इनके पास तो प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी ही नहीं है। इनके पास न नेता है, न नियत है और न नीति है। सिर्फ परिवारवाद है।
सपा, कांग्रेस और बसपा का सूपड़ा साफ- शाह
उन्होंने कहा कि तीसरे चरण का चुनाव हो गया है। मोदी 190 सीटें पार कर गए हैं। चौथे चरण में और मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। सपा, कांग्रेस और बसपा का सूपड़ा साफ हो गया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का चुनाव है। तीन करोड़ गरीब बहनों को लखपति बनाने का चुनाव है। चार लाख गरीबों को घर देना का चुनाव है। लोगों को समृद्धि बनाने का चुनाव है। शाह ने छोटी काशी, संकटा देवी मंदिर, देवकली मंदिर समेत अन्य मंदिरों को नमन किया। उन्होंने दिवंगत भाजपा कार्यकर्ता सर्वेश वर्मा को श्रद्धांजलि दी।