जी-20 सम्मेलन कार्यक्रम की अध्यक्षता से आखिर भारत को कितना फायदा होगा?
देश में अगले साल 9 और 10 सितम्बर को जी-20 सम्मेलन का आयोजन होगा. भारत को इसकी अध्यक्षता की जिम्मेदारी मिल गई. इसके साथ ही तैयारियों की शुरुआत भी हो गई है. आयोजन देश के 50 से अधिक शहरों में किए जाएंगे. जी-20 सम्मेलन का आयोजन भारत के लिए खास भी होगा और चुनौतियों से भरा भी.
अभी इस कार्यक्रम का एजेंडा तय होना बाकी, जिसे दुनिया के जी-20 देश मिलकर तय करेंगे.भारत ने इस बात का साफ संकेत दिया है कि ऊर्जा संकट और आतंकवाद को रोकना उसके लिए बड़ा एजेंडा होगा. दुनिया के देशों के सामने भारत इनसे निपटने का रोडमैप भी पेश करेगा.
जी-20 की अध्यक्षता के जरिए भारत को दुनियाभर के देशों के सामने ब्रैंड इंडिया की छवि मजबूत बनाने का मौका मिलेगा. उन्होंने देश के अलग-अलग हिस्सों से बने उत्पाद दुनिया के दिग्गज नेताओं को तोहफे में दिए थे.
देश के 50 शहरों में जी-20 से जुड़े आयोजनों की तैयारी का लक्ष्य रखा गया है. इसके जरिए टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. इन कार्यक्रमों के जरिए दुनिया के देशों में भारत के पर्यटन स्थलों की लोकप्रियता बढ़ेगी. इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.