‘सरकार चर्चा करना नहीं चाहती’, संसद सत्र स्थगित होने पर कांग्रेस ने भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
विपक्ष के हंगामे के बीच संसद के शीत सत्र के पहले हफ्ते में चर्चा न होने पाने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने संसद में चर्चा न हो पाने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नहीं चाहती कि संसद चले। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि संसद में अदाणी मुद्दा, मणिपुर में जारी हिंसा जैसे मुद्दों पर चर्चा हो, लेकिन सरकार बार बार संसद की कार्यवाही को स्थगित कराने में सहयोग कर रही है।
जयराम रमेश ने लगाए केंद्र पर आरोप
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘सरकार नहीं चाहती कि संसद चले। विपक्ष चाहता है कि संसद में अदाणी मुद्दे, मणिपुर में जारी हिंसा, संभल घटना पर चर्चा हो, लेकिन सरकार बार बार संसद की कार्यवाही को स्थगित कराने में सहयोग कर रही है। मैं पहली बार ऐसा देख रहा हूं कि जब भी हम कोई मुद्दा उठाते हैं तो संसद स्थगित हो जाती है।”
उन्होंने आगे कहा, “सरकार अदाणी मुद्दे, मणिपुर हिंसा और संभल घटना पर चर्चा करना नहीं चाहती है। सरकार इन मुद्दों पर चर्चा करने से क्यों भाग रही है? भाजपा सांसद संसद सत्र स्थगित कराने आते हैं और हम मुद्दे उठाने जाते हैं।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ईवीएम से छेड़छाड़ के मामले को लेकर भी जयराम रमेश ने बात की। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग ने हमें सोमवार तक का समय दिया है। कांग्रेस नेता उनसे मिलेंगे। हमने जो ज्ञापन दिया है वह चुनाव प्रक्रिया से संबंधित है और ईवीएम इस चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पूरी चुनाव मशीनरी में हेरफेर हुआ है। इस चुनाव के नतीजे असंभव है। कोई भी उन्हें समझ नहीं पाएगा। हमने पूरी चुनाव मशीनरी पर सवाल उठाए हैं।
यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। इंडिया गठबंधनने दिसंबर 2023 में एक प्रस्ताव पारित किया कि वीवीपैट पर्चियों की 100% गिनती की जानी चाहिए। मैंने वीवीपैट के मुद्दे पर चर्चा के लिए चुनाव आयोग से समय मांगा है लेकिन हमें उनसे समय नहीं मिला।”