भारतीय मूल के लोगों के गिरोह का भंडाफोड़, ड्रग तस्करी के लिए किया फ्रोजन चिकन का इस्तेमाल; सुनाई गई सजा

ब्रिटेन की पुलिस ने भारतीय मूल के लोगों का एक गैंग पकड़ा है। ये गैंग ड्रग की तस्करी के लिए फ्रोजन चिकन का इस्तेमाल करता था। पुलिस ने इसके सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। अब उन्हें 2 से 16 साल तक की सजा का सामना करना पड़ेगा।मनींद्र दोसांझ (39 वर्षीय) को 16 साल 8 महीने की सजा मिली है। जबकि अमदीप ऋषि (42 वर्षीय) को 11 साल 2 महीने की सजा सुनाई गई है। दोनों को ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में बर्मिंघम क्राउन कोर्ट में सजा सुनाई गई।

वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने अदालत को बताया कि उन्होने 400 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली कोकीन और 1.6 मिलियन पाउंड की अवैध नकदी जब्त की है। जांचकर्ताओं ने पाया कि दस लोगों का गैंग ड्रग तस्करी के लिए फ्रोजन चिकन को छिपाकर ले जा रहा था। डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर पीट कूक ने कहा, यह जांच कोकीन के आयात, निर्यात और थोक आपूर्ति से जुड़ी थी। साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग का भी पता चला। गैंग की गतिविधियां बहुत योजनाबद्ध और बड़े पैमाने पर थीं।

पुलिस ने बताया कि गैंग ने करीब एक टन कोकीन आयात की और इससे बड़ी मात्रा में नकदी कमाई। यह कमाई दस मिलियन पाउंड से ज्यादा हो सकती है। पुलिस ने कहा कि कुछ नकदी वाहन के टायरों और औद्योगिक मशीनरी में छिपाई हुई मिली और 225 किलोग्राम कोकीन भी बरामद की गई, जो ऑस्ट्रेलिया निर्यात की जानी थी।

उन्होंने बताया कि ये गैंग एन्क्रोचैट नाम की एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करता था। जिसे अब पुलिस ने बंद कर दिया है। इस ऐप के जरिए गैंग के सदस्य कोकीन की तस्करी और नकदी के लेन-देन की योजना बनाते थे।

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