कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का बड़ा बयान , कहा हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने…

कर्नाटक में हलाल मीट को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी का कहना है कि इससे राज्य में उद्योग प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने ‘बेवजह’ का मुद्दा बताया है। राज्य में कुछ हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने हलाल मांस का बहिष्कार करने के लिए अभियान चलाया है। साथ ही हिंदू मांस विक्रेताओं से ही खरीदारी की अपील की जा रही है।

‘लोग हलाल और झटका मांस को लेकर परेशान नहीं हो रहे हैं। ये मुद्दे बेवजह तैयार किए जाते हैं। अगर ऐसी सांप्रदायिक झड़प शुरू हो गई, तो ये उद्योगों को प्रभावित करेंगी। इसलिए कॉर्पोरेट कंपनियां राज्य में अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं।’

हलाल मांस के बहिष्कार का असर राज्य में कारोबार पर नहीं पड़ रहा है। एजेंसी के अनुसार, मुस्लिम वेंडर्स ने यह दावा किया है। विक्रेताओं का कहना है कि कारोबार पहले की तरह चल रहा है और ग्राहकों में भी गिरावट नहीं आई है। उन्होंने बताया कि इनमें 90 फीसदी ग्राहक हिंदू और ईसाई थे। उनके अलावा कई और दुकान मालिकों और विक्रेताओं ने कहा है कि कारोबार पर असर नहीं पड़ा है।

एजेंसी के अनुसार, स्थानीय विक्रेता मोहम्मद समरुद्दीन ने कहा कि उनके पास बड़ी संख्या में हिंदू और ईसाई ग्राहक हैं और हलाल मांस पर जारी विवाद ने उनके व्यापार पर असर नहीं डाला है। इस दौरान समरुद्दीन को इस बात का भरोसा था कि उनके वफादार ग्राहक दुकान पर आना जारी रखेंगे। वहीं, सलीम नाम के दुकानदार ने कहा कि ग्राहकों का आना बरकरार है। उन्होंने कहा कि अब पहले से ज्यादा लोग यहां पहुंच रहे हैं।

हिंदू जन जागृति समिति और बजरंग दल समेत कई दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि मुसलमान हलाल मांस के लिए जानवरों को मारने से पहले अपने धर्म के रिवाज पूरे करते हैं, जिसे बाद में हिंदू हासिल करते हैं। उन्होंने हलाल मांस के बहिष्कार के लिए अभियान का आयोजन किया है और लोगों से हिंदू मांस विक्रेताओं से खरीदने की अपील की है।

इस पूरे तनाव के बीच विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई की सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसे भाजपा का चुनावी प्रोपेगैंडा करार दिया है। इधर, बोम्मई पहले कह चुके हैं कि राज्य सरकार हलाल मांस के मुद्दे पर विचार करेगी, क्योंकि इसे लेकर कई गंभीर आपत्तियां सामने आई हैं।

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