600 रुपये में विदेशी श्रद्धालु भी कर सकेंगे सुगम दर्शन, वेबसाइट पर शुरू हुई नई व्यवस्था
वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम अब विदेशी श्रद्धालुओं के लिए भी सुगम हो गया है। मंदिर की ओर से विदेश से आने वाले सनातनी श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की शुरुआत की गई है। मंदिर की वेबसाइट पर विदेशी श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पूजन के इंतजाम की व्यवस्था को शुरू कर दिया गया है।
द्वादश ज्योतिर्लिंग में प्रधान बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए देश ही नहीं विदेश से भी सनातनी काशी पहुंच रहे हैं। विदेशी श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव को देखते हुए मंदिर न्यास ने विदेशी श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की शुरुआत की है। इसके तहत विदेशी श्रद्धालु 600 रुपये शुल्क देकर बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन कर सकेंगे। इसके लिए विदेशी श्रद्धालुओं को ओरिजिनल पासपोर्ट लेकर आना आवश्यक होगा। मंदिर की ओर से दर्शन पूजन के साथ ही अंगवस्त्रम और प्रसाद भी प्रदान किया जाएगा।
खास बात यह है कि जो सनातनी हिंदू श्रद्धालु होंगे उनको ही गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति होगी, बाकि अन्य को बाहर से ही दर्शन की व्यवस्था है। श्रद्धालु मंदिर के हेल्पडेस्क काउंटर से अपना टिकट बुक करा सकते हैं। जल्द ही टिकट बुकिंग की इस व्यवस्था को ऑनलाइन भी कर दिया जाएगा। आंकड़ों की तो छह साल में 139 देशों के सनातनी श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई है। जनवरी 2023 से मई अप्रैल 2024 के बीच में विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या में पांच गुना से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।
क्या बोले मंदिर न्यास के अधिकारी
विदेशी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुगम दर्शन का इंतजाम किया गया है। इसमें शुल्क छह सौ रुपये रखा गया है। विश्वभूषण मिश्र, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास
विदेशी श्रद्धालुओं में अमेरिकी हैं नंबर एक
काशी विश्वनाथ धाम में बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन के लिए विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं में अमेरिकी शिवभक्तों की संख्या सबसे अधिक है। दूसरे नंबर पर इटली, तीसरे नंबर पर रूस, चौथे नंबर पर मलेशिया और पांचवें नंबर पर स्पेन के भक्त हैं। मंदिर की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2019 से लेकर 31 मार्च 2024 तक 10.20 फीसदी अमेरिकी, 9.78 फीसदी इटली, 9.62 फीसदी रूस, 7.64 फीसदी मलेशिया और 7.18 फीसदी स्पेन के श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। इसके अलावा फ्रांस के 6.86, जापान के 4.17 फीसदी और ब्रिटिश श्रद्धालुओं की संख्या 4.02 फीसदी रही। इसके अलावा आस्ट्रेलिया, ब्राजील, बांग्लादेश, बेल्जियम समेत कुल 139 देशों के श्रद्धालु काशी विश्वनाथ धाम पहुंच रहे हैं।
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