गड़बड़ी व मिलीभगत पर होगी एफआईआर, जेल भी जाएंगे, 12 दिन में पूरी होगी परीक्षा
यूपी बोर्ड परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी और मिलीभगत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और जेल भी भेजा जाएगा। 22 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षा 12 कार्य दिवसों में पूरी होकर 9 मार्च को समाप्त हो जाएगी।
लखनऊ में यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने प्रेसवार्ता की और तैयारियों को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रीक्षा समाप्त होने से पहले पेपर सोशल मीडिया पर वायरल करने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी। वहीं, भ्रामक खबरों की जानकारी व सच का पता लगाने के लिए क्विक रिस्पॉन्स टीम का भी गठन किया गया है।
अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए 8,265 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल के 15,71,184 छात्र तथा 13,76,127 छात्राएं (कुल-29,47,311) एवं इण्टरमीडिएट के 14,28,323 छात्र तथा 11,49,676 छात्राएं (कुल-25,77,997) सम्मिलित होंगे। कुल 55,25,308 परीक्षार्थियों में से 53,60,745 संस्थागत एवं 164563 व्यक्तिगत परीक्षार्थी हैं।
नकल पर प्रभावी रोकथाम के कारण वर्ष 2024 में 1,64,563 छात्र/छात्राएं व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में पंजीकृत हुए हैं जबकि 2017 में यह संख्या 3,53,106 थी। इसके अन्तर्गत बाह्य प्रदेशों से 2017 में पंजीकरण कराने वाले 1,50,209 परीक्षार्थियों के स्थान पर वर्ष 2024 में बाह्य प्रदेशों व अन्य बोर्डो के परीक्षार्थियों की संख्या भी मात्र 4905 रह गयी है।
वर्तमान सरकार द्वारा परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण, उनकी धारण क्षमताओं का पूर्ण उपयोग करते हुए, साफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन कराया गया। 2017 से पहले 12 हजार से भी अधिक केन्द्र बनते थे किन्तु ऑनलाइन केन्द्र निर्धारण व्यवस्था से कम परीक्षा केन्द्र (वर्ष 2024 की परीक्षा में 8265) बने, जिससे उनका पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण सुगम हुआ।