‘दुबई भारतीय कंपनियों के लिए पसंदीदा निवेश स्थान’, मुंबई में बोले दुबई चैंबर्स के अध्यक्ष

टैरिफ युद्ध के बीच भारत और दुबई के बीच कारोबारी और रणनीतिक अवसरों को बढ़ाने के लिए 200 अधिकारियों और निवेशकों ने मुंबई में दुबई चैंबर की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान दुबई-भारत व्यापार मंच ने रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी बढ़ाने, सीमा पार व्यापार बढ़ाने और स्थानीय व वैश्विक स्तर पर निवेश के नए अवसरों का निर्माण करने पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन 18 फरवरी 2022 को यूएई और भारत के बीच कॉम्प्रेहेंसिव इकोनॉमी पार्टनशिप एग्रीमेंट (सीईपीए) पर हस्ताक्षर करने के तीन साल बाद आयोजित हुआ।

कार्क्रम के दौरान दुबई चैंबर के अध्यक्ष व सीईओ मोहम्मद अली रशीद लुटाह ने  डॉटकॉम को बताया कि दुबई में अपने प्रतिस्पर्धी लाभों की वजह से दुबई भारतीय कंपनियों के लिए पसंदीदा स्थान है। भारतीय निवेशक दुबई के व्यापार परिदृश्य के महत्वपूर्ण अंग हैं। मार्च 2025 के अंत तक 72,651 सक्रिय कंपनियों ने दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2025 की पहली तीमाही के दौरान 4,563 नई भारतीय कंपनियां चैंबर में शामिल हुईं हैं, जो साल दर साल 16.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

उन्होंने बताया कि भारतीय कंपनियां अब दुबई में विदेशियों की ओर से चलाए जा रहे कारोबार में पहले नंबर हैं। ये दुबई चैंबर में रजिस्टर हैं। उन्होंने टैरिफ पर बोलते हुए कहा कि फिलहाल हम सभी के साथ मिलकर कारोबार कर रहे हैं। भारत और अमेरिका दोनों ही हमारे प्रमुख बाजार हैं। इन चुनौतियों के बीच नए रास्तों की तलाश जारी है।

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