फॉल्स आईलैशेज आपकी आँखों को पहुंचा सकती हैं नुक्सान
अपने चेहरे को आकर्षक और सुंदर दिखाने के लिए महिलाएं कई तरह के मेकअप टिप्स आजमाती हैं, जिसका एक हिस्सा फॉल्स आईलैशेज अर्थात नकली पलकें भी हैं। चाहे कोई शादी हो या पार्टी मेकअप के दौरान नकली आईलैशेज लगाना बेहद आम हो गया हैं।
यह हमारी आंखों को बड़ा और अट्रैक्टिव दिखाने का काम करती है। अगर आप भी इसका इस्तेमाल करती हैं या करना चाहती हैं, तो आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं फॉल्स आईलैशेज से जुड़ी जरूरी जानकारी के बारे में कि किस तरह इसे लगाना हैं और इस्तेमाल के दौरान कौनसी सावधानियां रखनी हैं।
ग्लू वाले और मैग्नेटिक लैशेज। ग्लू लैशेज सस्ते तो होते हैं, लेकिन ये लॉन्गलास्टिंग नहीं होते। साथ ही इन्हें लगाना भी मुश्किल होता है। यदि ग्लू सही से न लगे तो ये उखड़ जाते हैं या लैशेज अलग से लगे हुए भी नजर आते हैं। इन्हें लगाने के लिए ग्लू की जरूरत नहीं होती। बस ओरिजनल लैशेज पर मस्कारा लगाकर इसे लगाया जाता है और इसके मैग्नेट्स को अच्छी ग्रिप मिल जाती है। ये लॉन्गलास्टिंग होता है और जब तक इन्हें उतारा न जाए ये अपनी जगह पर फिक्स रहते हैं।