पाकिस्तान में नहीं किया जाएगा अगले आम चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल, मंत्री बोले ऐसा…
जहां दुनिया के कई देश आधुनिक तकनीकि का इस्तेमाल करने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं वहीं पाकिस्तान अभी भी पुराने ढर्रे पर अटका हुआ है। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान में अगले आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों यानी ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और संघीय मंत्रियों की पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ से उनके बेटे हुसैन नवाज के लंदन स्थित आवास पर मुलाकात के बाद आई है।
बता दें कि प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के नवाज शरीफ से मिलने के लिए लंदन जाने के बाद से यह दूसरी मुलाकात थी। गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार ईवीएम के आइडिया को “खत्म” कर देगी। लंदन में महत्वपूर्ण पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के पहले सत्र ने फैसला किया गया कि इस्लामाबाद में जल्दी चुनाव नहीं होंगे और शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार का प्राथमिक ध्यान नागरिकों को आर्थिक राहत प्रदान करने और दीर्घकालिक आर्थिक निर्णय लेने पर है।
द न्यूज इंटरनेशनल ने सूत्रों के हवाले लिखा कि लंदन में एक अज्ञात स्थान पर छह घंटे तक चली बैठक पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उनके भाई और पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ और ख्वाजा आसिफ, मिफ्ता इस्माइल, मरियम औरंगजेब, अट्टा तरार, राणा सनाउल्लाह, इशाक डार, अयाज सादिक सहित अन्य नेता शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान लगातार देश में जल्द से जल्द आम चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। इमरान नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव हार गए थे।
शहबाज शरीफ बुधवार को अपने भाई नवाज शरीफ से मिलने लंदन पहुंचे। भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए गए नवाज 2019 से खराब स्वास्थ्य के बहाने लंदन में रह रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व पीएम ने चिकित्सा आधार पर लंदन में अपने प्रवास को बढ़ाने के लिए विस्तार मांगा है।
नवाज के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने पाकिस्तान को गहरे आर्थिक संकट में छोड़ दिया था। पिछले महीने नवाज ने पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी से भी मुलाकात की थी, जिन्हें बाद में पाकिस्तान का संघीय मंत्री नियुक्त किया गया था।