उत्तरकाशी में हिमस्खलन के कारण पर्वतारोहण की ट्रेनिंग ले रहे प्रशिक्षार्थी बर्फ के पहाड़ पर फंसे
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में डोकरानी बामक ग्लेशियर में आज एवलांच हो गया। एवलांच की चपेट में आने से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान(निम) के 29 लोग वहां फंसे थे। प्रशिक्षार्थियों को बचाने के लिए देहरादून से एसडीआरएफ की टीमें भेजी गईं हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने की मदद मांगी है।
सीएम धामी ने फंसे प्रशिक्षार्थियों के लिए सेना की मदद के लिए अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।जिन्हें निकालने के लिए निम की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आठ लोगों को वहां से निकाला गया है। 21 लोग अभी भी वहां फंसे हैं। इस दौरान निम के दो प्रशिक्षकों के हताहत होने की सूचना है।
प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए निम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवांस में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटना स्थल पर निम के पास दो सेटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरन्त समन्वय किया जा रहा है। 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है, 21 लोगों का रेस्क्यू कार्य गतिमान है।