शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के घर के बाहर प्रदर्शन, जानिए क्या है वजह
महाराष्ट्र स्टेट रोड़ ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के 100 से ज्यादा कर्मचारियों ने एनसीपी नेता शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले को उन्हीं के घर के बाहर घेर लिया। बताया जा रहा है इस दौरान कुछ लोगों ने सुप्रिया सुले के साथ बदतमीजी भी की।
जानकारी के मुताबिक MSRTC के 100 से ज्यादा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर शरद पवार के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे और उनके खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुप्रिया सुले की गाड़ी को घेर लिया।
MSRTC कर्मचारी पिछले साल नवंबर से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। उनकी मांग है कि उनके विभाग को राज्य सरकार के अंतर्गत लाया जाए और उन्हें राज्य सरकार के कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रदर्शनाकारी कर्मचारियों से कहा था कि वो 22 अप्रैल तक ड्यूटी ज्वाइन कर लें।
हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद राज्य परिवहन मंत्री अनिल परब ने सभी प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को भरोसा दिलाया था कि अगर वो सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से पहले ड्यूटी ज्वाइन करते हैं तो उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। इस बीच प्रदर्शनकारी कर्मचारी मुंबई में शरद पवार के घर सिल्वर ओक के सामने पहुंच गए और प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने शरद पवार और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान कई कर्मचारियों ने शरद पवार के घर पर चप्पल भी फेंके।
ट्रांसपोर्ट विभाग के एक कर्मचारी के मुताबिक धरना प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 120 से ज्यादा कर्मी आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा ये आत्महत्या नहीं बल्कि मर्डर है जो राज्य की पॉलिसी ने किया है। शरद पवार ने इस मामले में कुछ नहीं किया। ट्रांसपोर्ट विभाग के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कहा- हम बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं लेकिन हम अपनी समस्या राज्य सरकार के सामने उठा रहे हैं जिसे लोगों ने चुना है। चुनी हुई सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है। इस सरकार के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार हमे हो रहे नुकसान के लिए जिम्मेदार हैं।