मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर आज होगा फैसला, जानिए क्या निकलेगा नतीजा

मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर आज फैसला होगा। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मध्यान्ह में अहम बैठक बुलाई है। वहीं, पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म किए जाने के फैसले के बाद सरकार के अध्यादेश वापस लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार की रात से दिल्ली में डेरा डाले हैं, जहां उन्होंने विधि विशेषज्ञों के अलावा भाजपा का आला पदाधिकारियों से भी चर्चा की है।

मध्य प्रदेश में जिस अध्यादेश से पंचायत चुनाव हो रहे थे, उसे वापस ले लिए जाने के बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग ने आज मध्यान्ह में एक अहम बैठक बुलाई है। आयोग के सचिव बीएस जामोद ने चर्चा में बताया है कि बैठक में पंचायत चुनाव कराए जाने पर चर्चा होगी। राज्य शासन ने जिस अध्यादेश को वापस लिया है, उसका प्रकाशित राजपत्र मिल गया है। उल्लेखनीय है कि अध्यादेश वापस ले लिए जाने से या तो कमलनाथ सरकार के परिसीमन पर ही चुनाव होंगे या फिर उन्हें निरस्त किया जा सकता है।

पंचायत चुनाव के लिए जिस अध्यादेश को पिछले महीने शिवराज सरकार लाई थी, वह रविवार को कैबिनेट ने वापस ले लिया है। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली रवाना हो गए। आज भी वे दिल्ली में ही हैं। उन्होंने वहां सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, एडवोकेट जनरल प्रशांत सिंह से चर्चा की।

इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री व भाजपा नेता अमित सिंह और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी चर्चा की है। उल्लेखनीय है कि ओबीसी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में राज्य शासन ने जो याचिका लगाई थी, उस पर तीन जनवरी को सुनवाई होना है। समझा जाता है कि सीएम ने इस मुद्दे पर ही चर्चा की है।

पंचायत चुनाव की चुनाव प्रक्रिया पर अभी फैसला नहीं हुआ है और बिना ओबीसी आरक्षण वाली जिला पंचायत, जनपद, सरपंच व पंच पदों के प्रत्याशियों में असमंजस की स्थिति है। इन पदों के प्रत्याशियों में से अधिकांश ने चुनाव प्रचार की सामग्री तक छपवा ली है। वहीं, अशोकनगर के भटौली में से एक ग्रामीण ने 44 लाख में सरपंची की बोली लगाकर पद को हासिल करने का दांव तक खेल लिया है।

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