धनखड़ के आदेश पर भाकपा सांसद का सवाल, पत्र लिखकर कही ये बड़ी बात
बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में हंगामा करने और सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा करने के लिए 12 विपक्षी सांसदों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की जांच करने के सभापति जगदीप धनखड़ के आदेश पर भाकपा सांसद ने सवाल खड़े किए हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद बिनॉय विश्वम ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि 12 विपक्षी सांसदों द्वारा सदन में व्यवधान पैदा करने के लिए विशेषाधिकार समिति से जांच कराने का उनका फैसला संसद की लोकतांत्रिक विरासत के खिलाफ है।
सभापति धनखड़ को लिखे गए पत्र में कहा ‘मैं यह पत्र संसद के 12 सदस्यों के खिलाफ प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 203 के तहत कथित ‘विशेषाधिकार के उल्लंघन’ के सवाल का जिक्र करते हुए आप पर अपनी आपत्ति जताने के लिए लिखता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह कदम नियमों का उल्लंघन है।’
राज्यसभा सांसद ने अपने पत्र में आगे लिखा कि राज्यसभा की प्रक्रिया के नियम एक नियम 267 प्रदान करते हैं, जो लोकसभा नियमों के अध्याय IX के तहत स्थगन प्रस्ताव के समान प्रकृति का है। मौजूदा व्यवस्था इस नियम के तहत एक भी चर्चा की अनुमति देने में विफल रही है।