पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर लगातार विवाद जारी ,सऊदी अरब ने भी विरोध जताया

पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर लगातार विवाद जारी है और इस बीच इस्लामिक देशों के लीडर कहे जाने वाले सऊदी अरब ने भी विरोध जताया है। सऊदी विदेश मंत्रालय ने नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कहा कि यह निंदनीय है और बताता है कि इस्लाम के प्रति उनका पूर्वाग्रह है। प्रिंस फैसल बिन फरहान अल-सऊद के नेतृत्व वाले विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस्लाम के प्रतीकों और सभी धर्मों से जुड़े आराध्यों के खिलाफ कुछ भी बोले जाने की हम निंदा करते हैं। विदेश मंत्रालय के अलावा पैगंबर मस्जिद, ग्रैंड मस्जिद से जुड़े मौलवियों ने भी नूपुर शर्मा के बयान की निंदा की है।सऊदी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर भी अपनी आपत्ति जाहिर की है। सऊदी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘भारत के सत्ताधारी दल भाजपा की प्रवक्ता की ओर से पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाली टिप्पणी की हम कड़ी निंदा करते हैं। इससे पता चलता है कि उनका इस्लाम के प्रतीकों को लेकर कैसा पूर्वाग्रह रहा है। इसके साथ ही भारत के ऐक्शन का स्वागत करते हैं, जिसके तहत उसने प्रवक्ता को पद से हटा दिया है। हम एक बार फिर से यह संकल्प दोहराते हैं कि सभी धर्मों और आस्थाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।’ गौरतलब है कि भाजपा ने नूपुर शर्मा के अलावा नवीन जिंदल पर भी पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के मामले में कार्रवाई की है। जिंदल को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है, जबकि नूपुर शर्मा को निलंबित किया गया है। बता दें कि टीवी डिबेट के दौरान की गई नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर कई अरब देशों ने अपना विरोध जाहिर किया है। कुवैत, बहरीन, कतर, ओमान, ईरान और सऊदी अरब जैसे कई देशों ने भारतीय राजदूत को तलब कर शिकायत दर्ज कराई है। इन सभी देशों से भारत के अच्छे संबंध रहे हैं। ऐसे में नूपुर शर्मा की टिप्पणी के बाद पैदा हुए हालातों ने नेतृत्व को असहज किया है। यही वजह है कि भाजपा ने अपने नेताओं पर कड़ा ऐक्शन लिया है और सभी को नसीहत दी है कि किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा।

Related Articles

Back to top button