राजस्थान में मंदिर तोड़ने का मामला, कांग्रेस ने उठाया ये बड़ा कदम
अलवर के राजगढ़ में मंदिरों को तोड़ने के मामले में अब कांग्रेस की तरफ से पहली एफआईआर दर्ज कराई गई है। शनिवार को अलवर में पार्टी के जिला अध्यक्ष ने यह केस दर्ज कराया है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष व बीसूका के उपाध्यक्ष के द्वारा नगरपालिका चेयरमैन व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
इससे पहले इस मामले में 17 अप्रैल को बीजेपी के द्वारा राजगढ़ विधायक जौहरी लाल मीणा , उपखण्ड अधिकारी केशव प्रसाद मीणा और नगरपालिका ईओ के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह का बयान आया सामने है। इसमें उन्होंने कहा है कि जिसने भी यह गलत काम किया है उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। चाहे वह नगर पालिका चेयरमैन हो या अन्य कोई कर्मचारी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले में मैं मुख्यमंत्री जी से मिलूंगा और जिसके साथ गलत हुआ है उन्हें न्याय दिलाने की कोशिश करुंगा। साथ ही उनको मुआवजा मिल यह मांग भी सीएम के सामने रखी जाएगी।
वहीं इस मामले में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा पिछले 3 दिन से धरने पर बैठे हैं और उनकी मांग है कि जिसने भी यह गलत काम किया है उसके खिलाफ कार्रवाई हो। हाल ही में उन्होंने कहा था कि राजस्थान में कांग्रेस जिस तरह काम करिए उससे तो यह लगता है कि वह हिंदू विरोधी है।
दिल्ली का मामला हो या फिर करौली का मामला हो और अब अलवर में 300 साल पुराने मंदिरों को तोड़ दिया यह कांग्रेस सरकार की देन है । लोग बेघर हो गए हैं लेकिन अब तक पीड़ितों को ना तो मुआवजा मिला है और ना ही सहायता।
आपको बता दें कि 17 अप्रैल को राजगढ़ मास्टर प्लान के तहत सड़क चौड़ीकरण का काम शुरू किया गया था। जिसमें तीन मंदिरों व दुकानों व मकानों को तोड़ा गया। जिसके बाद लोगों में रोष पैदा हुआ और फिर शुरू हुई इसपर सियासत। प्रदेश बीजेपी ने पांच सदस्यों की एक टीम मौके पर भेजी और पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को सौंपने की बात कही गई।